प्रतिमाएं गंगा में ही विसर्जित करने पर अड़े
वाराणसी : दुर्गा पूजा आयोजन समितियां देवी की प्रतिमाएं गंगा की पावन धारा में ही विसर्जित करने पर अड़ी
वाराणसी : दुर्गा पूजा आयोजन समितियां देवी की प्रतिमाएं गंगा की पावन धारा में ही विसर्जित करने पर अड़ी हैं। केंद्रीय पूजा आयोजन समिति ने प्रशासन पर विसर्जन के मुद्दे पर हिटलरशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि शहरी व ग्रामीण अंचलों के नब्बे प्रतिशत आयोजन समितियों ने गंगा में प्रतिमाओं का विसर्जन न करने पर अपनी सहमति दे दी है।
संयुक्त बैठक में नहीं बनी सहमति
शनिवार को मंडलायुक्त सभागार में डीएम व एसएसपी की मौजूदगी में प्रशासन, दुर्गा पूजा आयोजन समितियों व मूर्तिकारों की संयुक्त बैठक हुई, जहां कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। बैठक में पूजा समिति के सदस्यों व मूर्तिकारों की अलग-अलग राय सामने आयी। पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि प्रतिमाओं के विसर्जन का मुद्दा लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा प्रश्न है। इस मुद्दे पर जोर-जबर्दस्ती करना उचित नहीं है। सभी पक्षों की राय लेकर कोई सर्वमान्य हल निकाला जाना चाहिए। मूर्तिकारों ने कहा कि वे इको फ्रेंडली मूर्ति बनाने को तैयार हैं। हालांकि इससे उनका धंधा प्रभावित होगा।
प्रशासन का रवैया ठीक नहीं
केंद्रीय पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष तिलक राज मिश्र ने कहा कि प्रशासन उत्पीड़न कर रहा है। पूजा आयोजन समिति के पदाधिकारियों को जबरन थानों पर बुलाकर गंगा में विसर्जन न करने के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराए जा रहें हैं। प्रशासन के डर से ग्रामीण व शहरी अंचलों के कई आयोजन समितियों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। हालांकि प्रशासन का यह रवैया तालिबानी शासन का प्रतीक है।