पांच अक्टूबर को 'बनारस बंद' का भी आह्वान
वाराणसी : पांच अक्टूबर को संत व काशीवासी 'अन्याय प्रतिकार यात्रा' निकालने पर प्रतिबद्ध हैं। शुक्रवार
वाराणसी : पांच अक्टूबर को संत व काशीवासी 'अन्याय प्रतिकार यात्रा' निकालने पर प्रतिबद्ध हैं। शुक्रवार को केदार घाट के शंकराचार्य आश्रम में यात्रा के बाबत भावी रणनीति तय की गई। इस दिन 'बनारस बंद' का भी आह्वान किया गया। यात्रा में देशभर के संतों सहित विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक व स्वयंसेवी संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर सहमति बनी। इस बात पर क्षोभ व्यक्त किया गया कि शासन-प्रशासन यात्रा रोकने पर आमादा है।
संगठनों को जोड़ने की पहल
श्रीविद्या मठ में विभिन्न सामाजिक व व्यापारिक संगठनों को जोड़ने की पहल की गई। 22 सितंबर को गंगा में मूर्ति विसर्जन न करने देने तथा संतों पर लाठीचार्ज के दोषियों को कड़ी सजा देने की भी मांग जोरदार ढंग से उठी। करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन पावन गंगा की गोद में ही करने का संकल्प लिया गया।
बाबा करेंगे यात्रा का नेतृत्व
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि अन्याय प्रतिकार यात्रा का नेतृत्व स्वयं बाबा भोलेनाथ करेंगे। इस दिन भीड़ नियंत्रित करने के लिए स्वयंसेवकों की टीम बनायी जाएगी। स्वयंसेवक बनने के इच्छुक लोग श्रीविद्या मठ पहुंचकर अपना नाम, पता व पासपोर्ट साइज फोटो उपलब्ध करा दें ताकि उनका परिचय पत्र बनाया जा सके। इस दौरान विभिन्न संगठनों के लोगों ने स्वामीश्री को 'बनारस बंद' व 'अन्याय प्रतिकार यात्रा' के बाबत अपना समर्थन पत्र सौंपा।
सबकी सक्रिय भागीदारी
सभा में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों, साधु-संतों व विद्वानों ने भाग लिया। इस दौरान लोगों ने संकल्प लिया कि सनातनी परंपरा का निर्वहन करते हुए मा गंगा की गोद में विसर्जन किया जाएगा।
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