बमों के धमाके से दहला कॉलेज
वाराणसी : छात्रसंघ चुनाव के लेकर शनिवार को मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज के बाहर एक ही संगठन
वाराणसी : छात्रसंघ चुनाव के लेकर शनिवार को मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज के बाहर एक ही संगठन के छात्र गुट आपस में भिड़ गए। मारपीट, बमबाजी, फाय¨रग व पथराव से भगदड़ मच गई। बम के छर्रे लगने से तीन छात्र घायल हो गए। घायलों में गौरव यादव महामंत्री पद का संभावित प्रत्याशी बताया गया। अफरा-तफरी के बीच पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग कर दोनों गुटों को तितर-बितर किया। बम निरोधक दस्ते ने दो जिंदा बम बरामद किए जिन्हें निष्क्रिय किया गया। हालांकि पुलिस गोली चलने की बात से इनकार कर रही हैं और बम को भी पटाखा बता रही है। फिलहाल एक गुट की ओर से 24 और दूसरे की ओर से 13 नामजद समेत कई अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने तीन हमलावरों को हिरासत में भी लिया है। घटना से आसपास के क्षेत्रों में घंटों दहशत फैली रही।
कॉलेज के वर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष शंभू बेनवंशी और पूर्व अध्यक्ष अमित यादव गुट में गत वर्ष हुए चुनाव के बाद से ही वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। सुबह करीब 11 बजे भी दोनों गुटों के लोग आमने सामने हो गए। एक गुट का आरोप है कि उनकी ओर छात्रसंघ चुनाव की तैयारी कर रहे गौरव यादव, शिवम चतुर्वेदी और गुड्डू पटेल महाविद्यालय के पास प्रचार कर रहे थे।
दूसरे गुट के लोग वहां पहुंचे और प्रचार का विरोध करने लगे। देखते ही देखते दोनों गुट आमने सामने आ गए। नारेबाजी चल रही थी कि तभी एक गुट ने मारपीट शुरू कर दी। इस पर दूसरा गुट बचाव के लिए पथराव करने लगा। आरोप है कि इस बीच एक हिस्ट्रीशीटर ने उन लोगों पर दो बम फेंके जिससे गौरव यादव, शिवम चतुर्वेदी और गुड्डू पटेल छर्रे लगने से घायल हो गए। बम फटने से क्षेत्र में भगदड़ मच गई। धमाका सुनकर कोतवाली पुलिस के अलावा पीएसी भी पहुंच गई। पुलिस ने मौके से दोनों गुट के कुछ लोगों को पकड़ा और थाने ले गई। घायलों का उपचार कराने के बाद पूछताछ शुरू हुई तो हंगामा होने लगा।
एक गुट का आरोप था कि पुलिस उनकी ओर से नहीं बल्कि दूसरे गुट का साथ दे रही है। जिसे लेकर थाने पर काफी देर तक पंचायत चलती रही। इस बीच एसपी सिटी सुधाकर यादव संग सीओ कोतवाली मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से तहरीर लेने के बाद जांच कर कार्रवाई की बात कही। एसपी सिटी ने बताया कि इस हंगामे के बाद कुल 40 लड़कों का चिह्नित किया गया है और इनको भारी मुचलका भरवाने के बाद पाबंद किया जाएगा। वहीं इस प्रकरण में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। घटना के बाद बीडीएस को बुलाया गया। जांच के बाद बीडीएस लौट गई। लोगों ने जल निगम के कार्यालय में दो जिंदा बम पड़े होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बीडीएस को बुलाया। बम निरोधक दस्ते ने दोनों बमों को पानी भरे बाल्टी में डालकर निष्क्रिय किया।
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..तो उड़ जाता पंप
छात्र गुटों में बमबाजी के दौरान संयोग था कि पेट्रोल पंप बच गया क्योंकि पूरी घटना पंप के पास ही हुई। पास ही एक बम फटा भी था।
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