मानदेय की मांग, रोजगार सेवकों ने घेरा कलेक्ट्रेट
सोनभद्र : अफसरों पर उत्पीड़न के आरोप के साथ मानदेय की मांग कर रहे ग्राम रोजगार सेवकों ने गुरुवार को जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना दिया और नारेबाजी की। वक्ताओं ने कहा कि मानदेय न मिलने से उन्हें और उनके पूरे परिवार को कठिन स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के बैनर तले जिले भर से आए रोजगार सेवकों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि उनकी तैनाती महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायतों में हुई है। वर्षो से उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। यह भी कहा कि मानदेय दिलाने को लेकर अफसरों से कई बार अपील की गई लेकिन वह मनरेगा में सृजित मानव दिवस व व्यय के सापेक्ष प्रशासनिक मद से भुगतान की बात कहते हैं जबकि शासनादेश के मुताबिक उन्हें प्रतिमाह दो हजार रुपये दिए जाने की व्यवस्था थी जो अब बढ़ कर 3630 रुपये हो गई है।
रोजगार सेवकों ने जिलाधिकारी को सारी स्थिति से अवगत कराते हुए बकाया मानदेय को दिलाने की मांग की है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रभात सिंह चंदेल, लालू प्रसाद, अटल बिहारी, श्याम मोहन पांडेय, वीरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार, सुरेश प्रसाद, दिवाकर तिवारी, संतोष यादव, ह्रदय नारायण, इंद्र बिहारी, नंदलाल आदि उपस्थित थे।
विधानसभा घेरने की चेतावनी
सोनभद्र : ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के दूसरे गुट ने भी डीएम को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंप कर मानदेय की मांग की है। चेतावनी दी गई है कि उनके मानदेय के मामले में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो 26 सितंबर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। जिलाध्यक्ष अवधेश, विनय कुमार पांडेय, वेद प्रकाश, दिवाकर चौबे, गिरिश चंद्र आदि ने ज्ञापन सौंपा है।