फीस की रसीद मांगी तो स्कूल से बेटी को निकाला
कांधला : थाना क्षेत्र के कांधला-बुढ़ाना मार्ग पर डांगरौल गांव के निकट स्थित एक निजी स्कूल की
कांधला : थाना क्षेत्र के कांधला-बुढ़ाना मार्ग पर डांगरौल गांव के निकट स्थित एक निजी स्कूल की मनमानी सामने आई है। अभिभावक ने फीस चुकाकर पक्की रसीद मांगी तो नाराज प्रबंधन ने उसकी बेटी को स्कूल से ही निकाल दिया। उसे सार्वजनिक रूप से शर्मसार किया गया। वह काफी देर तक स्कूल के पास रोती रही। बाद में घर हुई और आपबीती बताई। अभिभावक बुधवार को अपनी बेटी के साथ कलक्ट्रेट पहुंचा और डीएम को शिकायती पत्र देकर स्कूल प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा प्रधानमंत्री दे रहे हैं। जिला प्रशासन भी इसको लेकर संजीदा है। एक ऐसा मामला सामने आया कि बेटी को एक निजी स्कूल के प्रबंधन ने क्लास रूम से भगा दिया। क्षेत्र के कांधला-बुढ़ाना मार्ग गांव डांगरौल के निकट स्थित प्राइड एकेडमी है। गांव डांगरौल निवासी किसान अरुण की पुत्री मनु यहां कक्षा नौवीं में पढ़ती है। पीड़ित किसान अरुण ने बताया कि कई दिन पूर्व स्कूल में बेटी की फीस जमा कराने गया था। स्कूल के लिपिक से फीस की पक्की रसीद मांगी। आरोप है कि लिपिक व प्रधानाचार्या ने फीस की पक्की रसीद देने से साफ मना कर दिया और छात्रा को स्कूल न भेजने की धमकी दी। किसान का आरोप है कि उसकी बेटी का गत शनिवार को स्कूल में टेस्ट था। वह टेस्ट देने स्कूल गयी तो कक्षा में मौजूद शिक्षक ने प्रधानाचार्या के आदेश पर छात्रा को स्कूल से बाहर निकाल दिया। काफी देर तक छात्रा स्कूल के बाहर खड़ी रोती रही। वह घर आई और परिजनों को मामले की जानकारी दी। पीड़ित परिजनों ने बुधवार को डीएम इंद्र विक्रम ¨सह को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
इस बाबत स्कूल के प्रधानाचार्या नीलम तोमर का कहना है कि स्कूल की कक्षा आठ तक ही मान्यता है। स्कूल में एक संस्था कक्षा नौ के छात्र-छात्राओं को को¨चग कराती है। उसी संस्था के द्वारा फीस जमा न करने को लेकर छात्रा को कक्षा से बाहर किया गया है।
स्कूल का विवादों से रहा है पुराना नाता
कांधला : कांधला-बुढ़ाना मार्ग गांव डांगरौल के निकट स्थित प्राईड एकेडमी स्कूल का विवादों से पुराना नाता है। कई माह पूर्व गांव भभीसा निवासी दिव्यांग छात्र स्कूल में जूते पहनकर नहीं आया था। कक्षा में मौजूद शिक्षिका के द्वारा दिव्यांग छात्र के गले में चप्पल डालकर उसे पूरे स्कूल में घुमाया गया था। बाद में पीड़ित छात्र के पिता ने थाने पर तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले को लेकर कई दिनों तक गांव भभीसा के लोगों ने अपने बच्चों को एकेडमी नहीं भेजा था। राजनैतिक रसूख के चलते एकेडमी प्रशासन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
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