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    शासन में अरसे से अटकी शस्त्र नीति

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    Updated: Mon, 09 Dec 2013 11:15 PM (IST)

    शाहजहांपुर : जेल एवं जेल अधिकारियों की सुरक्षा संकट में होने के बावजूद शासन सुस्त पड़ा है। जेल प्रशासन की शस्त्रनीति लंबे अरसे से शासन में अटकी पड़ी है। मजबूरी में बंदियों से ठसाठस भरे कारागार की सुरक्षा बूढ़ी मस्कटों से की जा रही है।

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    यूं तो सूबे की अधिकांश जेलें दुश्वारियों से गुजर रही हैं। लेकिन 1870 में निर्मित शाहजहांपुर की जेल की दशा कुछ ज्यादा ही खराब है। करीब 125 वर्ष पुरानी जेल की पश्चिमी सुरक्षा दीवार दो माह पूर्व गिर गई थी। बंदियों-कैदियों के मामले में 511 के सापेक्ष 1600 से 1800 हमेशा ही निरुद्ध रहते हैं। इनकी सुरक्षा को दशकों पूर्व के नियतन 92 के सापेक्ष 52 पर आ सिमटा है। बंदीरक्षकों की कमी 40 होमगार्डो की सेवा से पूरी की जा रही है। असलहा के नाम पर दशकों पुरानी बूढ़ी मस्कट ही उपयोग में लाई जा रहीं हैं। कारागार अधिकारी बहुत पहले ही शस्त्रों को अपडेट करने का सुझाव दे चुके हैं। नवीनतम तकनीक के हथियार देने के लिए प्रस्ताव भी जा चुका है।

    घनी आबादी में जेल होना मुसीबत

    शहर की घनी आबादी में जिला कारागार का होना सुरक्षा में खतरा है। दो माह पूर्व नगरपालिका कर्मियों द्वारा जेसीबी से खुदाई के दौरान ही जेल की दीवार ध्वस्त हो गई थी। कारागार के डीआइजी भी इसे स्वीकार कर चुके हैं।

    जेल शिफ्टिंग में डालने से संकट

    भूमि की व्यवस्था किए बगैर जेल को शिफ्टिंग में डालना हाकिमों की अदूरदर्शी सोच रही। दो साल में जेल के लिए भूमि की तलाश पूरी न हो सकी तो दूसरी ओर शासन जेल स्थानांतरित होने से बजट रोक दिया गया है। इससे अंदरूनी रखरखाव करने में मुश्किलें आने लगी हैं। जेल को भूमि फौरी उपलब्ध भी हो जाए तो भी इसे करीब डेढ़ दशक तक सहेजकर रखने की चुनौती होगी।

    शासन में उठा चुके हैं मुद्दा-नीरज

    फोटो : 9 एसएचएन 1

    फोटो : बसपा विधायक नीरज मौर्य ने कहा कि जेल सुरक्षा का मामला शासन में उठा चुका हूं। विधानसभा में सवाल कर सुरक्षा मुद्दे पर जवाब मांगा था। वहां से जेल शिफ्टिंग की बात कही गई थी।

    डीआइजी की बात

    शाहजहांपुर : डीआइजी कारागार आरपी सिंह ने बताया कि शस्त्रों को अपडेट करने की योजना है। उम्मीद है कि जल्द ही आधुनिक शस्त्र बंदी रक्षकों को मिलेंगे। उन्होंने जेल सुरक्षा को चाकचौबंद रखने के लिए सर्च लाइट, वॉकी-टॉकी, सीसी कैमरे का बंदोबस्त उनकी योजना बनाई है। जिलाधिकारी ने दो सीसी कैमरे जरूर लगवा दिए। सुरक्षा के शेष व्यवस्थाएं भी जल्द ही करा दी जाएंगी।

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