कहासुनी के बाद फांसी पर झूला दंपती
शाहजहांपुर : मेला देखकर लौटे दंपती ने आपसी कहासुनी के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह उनके शव लटकते
शाहजहांपुर : मेला देखकर लौटे दंपती ने आपसी कहासुनी के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह उनके शव लटकते हुए मिले। दरवाजा तोड़कर शवों को बाहर निकाला गया। विवाद का कारण पता नहीं चल पाया।
मुहल्ला गढ़ी पूर्वी निवासी 27 वर्षीय विमल कुमार की शादी चार वर्ष पूर्व 24 वर्षीया रेनू पुत्री श्याम बाबू निवासी बख्शी थाना तिलहर के साथ हुई थी। विमल नगर पंचायत में संविदा सफाई कर्मचारी था। गुरुवार रात वह पत्नी और तीन वर्ष के पुत्र अनुराग को लेकर रामलीला मेला देखने गया था। रात करीब साढ़े दस बजे तीनों घर लौटे। रात में पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। विवाद के चलते दोनों ने टीन की छत पर लगी बल्ली से धोती का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। शुक्रवार सुबह आठ बजे विमल के पिता छोटेलाल ने दरवाजा खटखटाया। उसने खिड़की से झांककर देखा तो दोनों को शव लटकते मिले। उनके चीखने पर पड़ोसी भी आ गए। परिवार वालों ने किसी तरह अंदर से बंद दरवाजे की कुंडी तोड़ दी। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पति-पत्नी में किसी बात को लेकर रात कहासुनी हो गई थी। इसी के चलते दोनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
एक ही धोती से फांसी लगाई
पति-पत्नी ने एक ही धोती से फांसी लगाई थी। धोती के दो टुकड़े थे। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले रेनू ने फांसी लगाई और उसी धोती को फाड़कर विमल ने फांसी लगा ली।
रेनू का भाई भी आया था
मृतक विमल का साला गोपाल भी गुरुवार को आया था। वह भी अपने जीजा तथा बहन के साथ मेला देखने गया था। वह रात में बरामदे में सो गया था। वह सुबह उठकर अपने घर तिलहर चला गया था।
टकटकी लगाकर देख रहा था अनुराग
फांसी के फंदे पर झूले दंपती का तीन वर्षीय पुत्र अनुराग माता-पिता के शव को टकटकी लगाकर देख रहा था। परिवार वाले उससे कह रहे थे कि मम्मी व पापा को कुछ नहीं हुआ है। वे सो रहे हैं। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।