टूटने लगे आसाराम के साधक
शाहजहांपुर : आसाराम बापू के खिलाफ नित नए सबूत मिलने पर अब उनके साधक भी टूटने लगे है। आसाराम को भगवान मानने वाले साधक भी अब उनको शैतान कहने से गुरेज नहीं कर रहे। पीलीभीत के एक साधक ने इसकी बानगी पेश कर दी। सोमवार को इस साधक ने शाहजहांपुर पहुंचकर पीड़िता का घर तलाशा। वहां तैनात पुलिस कर्मियों को पीड़िता के पिता के नाम मानव के देवता और शैतान बनने की कहानी शीर्षक का एक पत्र सौंपा।
पीलीभीत के राजाबाग कालोनी निवासी महेश भागवानी नाम के व्यक्ति ने पीड़िता के पिता को दिए गए पत्र में कहा कि भगवान की तरह आसाराम को पूजने वाली नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म से वह हैरान व परेशान है। बागवानी से कहा कि आसाराम खुद को भगवान कहते हैं, यदि ऐसा है तो वह भगवान से साक्षात्कार से बच जाएंगे, यदि देवी स्वरूपा कन्या के साथ दुष्कर्म किया है तो उनकी शक्तिया नष्ट होंगी और उन्हें जेल में रहना होगा। भागवानी ने साधकों का आह्वान किया कि अब वह अंध भक्ति से बाहर आकर इंतजार करें। यदि आसाराम वाकई भगवान है, उनके पास शक्ति है तो वह खुद बाहर आ जाएंगे, अन्यथा की स्थिति में साधकों को खुद सोचना चाहिए, बहादुर बेटी सही है या फिर आसाराम..।
फोन से परेशान रहा न्यूयार्क का सुखविंदर
न्यूयार्क के सुखविंदर के पास भारत से तमाम लोगों का फोन गया। छह लोगों ने सुखविंदर की सराहना की, जबकि एक महिला ने आसाराम को संत बताते हुए टिप्पणी के लिए कोसा। सुखविंदर ने जागरण को बताया कि रात में उसके मोबाइल पर कई मिस कॉल थी। सुबह जब उसने फोन किया तो वाराणसी, मथुरा, दिल्ली, गाजियाबाद आदि क्षेत्रों के लोगो की काल थी। सुखविंदर ने बताया कि पीड़िता की दिलेरी की सराहना के लिए उसे लोगों ने बधाई दी, लेकिन मथुरा से काल करने वाली एक महिला ने आलोचना की। महिला का कहना था कि वह शाहजहांपुर की निवासी है, उसके बापू ऐसा काम नहीं कर सकते। सुखविंदर ने बताया कि वह फोन से बेहद परेशान रहा, लेकिन खुशी इस बात की है कि उसकी भावना को लोगों ने समझा और सराहा..।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।