फीस वापसी, डायट की होगी अग्नि परीक्षा!
सहारनपुर : प्रदेश शासन द्वारा बेसिक शिक्षकों की चयन प्रक्रिया का विज्ञापन रद करने से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के समक्ष नई चुनौती पैदा हो गई है। जारी आदेश के मुताबिक संस्थानों को अभ्यर्थियों की फीस वापस करनी होगी। जिला डायट में 1.15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भर्ती के लिए आवेदन किया था। हालांकि अभी डायट को फीस वापसी संबंधी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
बेसिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया ने प्रदेश सरकार के समक्ष कई चुनौतियां पैदा कर रखी हैं। टीईटी का मामला अभी हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हाल ही में सरकार ने टीईटी को केवल पात्रता परीक्षा मानने का निर्णय है। माना जा रहा है कि प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को रद करने का आधार भी यही कारण है। बता दें कि प्रदेश में नवंबर के अंतिम सप्ताह में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से प्राइमरी शिक्षकों के 72 हजार 825 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे।
800 पदों को 1.15 लाख आवेदन
जिले में प्राइमरी शिक्षकों 800 पदों के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान(डायट) में आवेदन पत्र मांगे गए थे। प्रक्रिया में पहले एक आवेदक को पांच जिलों में आवेदन की छूट दी गई थी। बाद में केवल 500 रुपये की एक फीस के आधार पर सभी जिलों में आवेदन की छूट दे दी गई थी। अन्य जिलों में आवेदन के लिए बैंक ड्राफ्ट की फोटो प्रति को मान्य किया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक 1.15 लाख आवेदकों में से करीब 30 हजार ने निर्धारित फीस के साथ डायट में आवेदन किया था।
प्रक्रिया रद करने के आदेश में आवेदकों की फीस लौटाने की बात कही गई है। एक आंकलन के मुताबिक जिले में तीस हजार आवेदकों से करीब 1.50 करोड़ डायट को मिले थे। यह फीस अभ्यर्थियों को वापिस लौटाना अग्निपरीक्षा से कम नही होगा। डायट से मिली जानकारी के मुताबिक इस संबंध में अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
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