गो-तस्करों ने शिवसैनिक को मारी गोली, तनाव
सरसावा (सहारनपुर) : हरियाणा से तस्करी कर लाए जा रहे गोवंश को छुड़ाने के विरोध पर तस्करों ने गोलियां चला दीं। तस्करों की गोली से एक युवक घायल हो गया। युवक शिवसेना से जुड़ा है। वारदात को लेकर हिंदू संगठनों ने पुलिस के प्रति कड़ा रोष व्यक्त किया है।
यमुना किनारे बसे गांव कुतुबपुर के जयप्रकाश को सूचना मिली थी कि कुछ गोवंश तस्कर यमुना नदी के रास्ते से गोवंश लेकर आ रहे हैं। जिला अस्पताल में भर्ती जयप्रकाश ने बताया कि सूचना मिलने पर उसने शाहजहांपुर चौकी इंचार्ज को फोन पर इसकी सूचना दी। मगर उन्होंने फोर्स न होने की बात कहकर आने से इन्कार कर दिया। इसके बाद वह गांव के ही उदयवीर उर्फ विजय राणा व ओमप्रकाश आदि के साथ रात करीब ढाई बजे यमुना नदी के जंगल गए तो कुछ लोग 8-10 गोवंश लाते दिखाई दिए। उन्होंने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो तस्करों ने मारपीट व गाली-गलौज शुरू कर दी। इस बीच उन्होंने तस्करों के कब्जे से दो बैल मुक्त करा लिए थे, यह देख एक तस्कर ने गोली चला दी। गोली जयप्रकाश के हाथ पर लगी। उसके मुताबिक हमलावर हुसैनपुर गांव का रहने वाला है। इसके बाद तस्कर पशु लेकर फरार हो गए। गोली लगने पर जयप्रकाश के साथी ने घटना की गांव में व पुलिस को सूचना दी। खून से लथपथ जयप्रकाश को तुरंत ही अस्पताल लाया गया। यहां से उसे जिला चिकित्सालय भेज दिया। तस्करों की पहचान किये जाने पर ग्राम हुसैनपुर निवासी इनाम, समसपुर निवासी नाजिम, साबिर काला व गोकुलपुर निवासी सलमान के खिलाफ थाने मे मुकदमा दर्ज कराया गया। उधर, इस घटना का पता चलते ही हिंदू संगठनों ने थाने पहुंचकर रोष जताया। शिव सेना के जिला प्रमुख योगेंद्र सिरोही ने जिला गो रक्षा प्रमुख बजरंग दल पंकज रोहिला ने कहा कि प्रशासन के ढीले रवैये के कारण ही गो तस्करों के हौसले बुलंद हैं। यदि पुलिस प्रशासन ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो शिव सेना व बजरंग दल उन्हें सबक सिखाएगी। इनके अलावा विभाग सह संयोजक रविंद्र कोरी, प्रखंड संयोजक हन्नी सैनी, परवीण आर्य आदि ने गो तस्करों के खिलाफ रासुका लगाए जाने की मांग की।
अवैध कमेले में पहुंच रहे गोवंश
इनसेट: गंगोह में चल रहे अवैध कमेलों में कटान के लिए ही गोवंश की अवैध तस्करी हरियाणा बार्डर से हो रही है। यही नहीं, अब तो मीट माफिया कमेले में ऊंट काटने से भी बाज नहीं आ रहे। पिछले दिनों दो बार ऊंट पकड़े गए पर मिलीभगत के चलते पुलिस ने तस्करों को ही ऊंट सौंप दिए। गंगोह कमेले को लेकर कई बार तनाव भी पैदा हो चुका है।