आजम खां ने जमा नहीं किया 20 करोड़ सेस, आरटीआइ से चला पता
पिछले दिनों इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामपुर के अध्यक्ष आकाश सक्सेना हनी ने इस संबंध में श्रम विभाग से आरटीआइ के तहत सूचना मांगी।
रामपुर (जागरण संवाददाता)। पूर्व मंत्री आजम खां ने नोटिस मिलने के बाद भी 20 करोड़ रुपये सेस जमा नहीं किया। इसका पता आरटीआइ के जरिये चला है। मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है।
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर इमारतों का निर्माण कराया गया है। इसके लिए श्रम विभाग ने एक फीसद सेस जमा करने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं किया। इस पर उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण उपकर अधिनियम 1996 के अंतर्गत एक फीसद उपकर (सेस) जमा करने के लिए श्रम विभाग की ओर से 23 जनवरी 2015 को नोटिस जारी किया गया।
उसमें कहा गया कि जौहर यूनिवर्सिटी में 22 बिल्डिंग का कार्य निर्माणाधीन है, जिसकी कुल लागत लगभग दो हजार करोड़ रुपये है। इस पर एक प्रतिशत सेस यानी 20 करोड़ रुपये कर्मकार कल्याण बोर्ड के पक्ष में जमा कराए जाने चाहिए थे। उन्होंने ऐसा नहीं किया।
पिछले दिनों इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामपुर के अध्यक्ष आकाश सक्सेना हनी ने इस संबंध में श्रम विभाग से आरटीआइ के तहत सूचना मांगी। कर्मकार कल्याण बोर्ड के सहायक सचिव योगेश चंदा के मुताबिक अभी तक सेस का कोई पैसा जमा नहीं कराया गया है।
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वहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा, जिसमें आजम खां से सेस जमा करवाने की मांग की गई। उनका कहना है कि अगर नोटिस के बाद सेस नहीं जमा किया जाता है तो सेस की राशि दुगनी हो जाती है। 12 फीसद ब्याज भी देना पड़ता है। नोटिस के बाद यूनिवर्सिटी में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य हुआ है।
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