सहकारी मिल पर करोड़ों बकाया, भुगतान में निजी मिलें भी फिसड्डी
पीलीभीत : सहकारी चीनी मिल पर किसानों का गन्ना मूल्य का करोड़ों रुपया बकाया है। अब तक मिल 12 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर 78 हजार कुंतल चीनी का उत्पादन कर चुकी है। रिकवरी कम होने से मिल का घाटा और बढ़ना बताया जा रहा है।
सहकारी मिल चले दो माह बीत चुके हैं। इतने समय में मिल 12 लाख कुंतल गन्ने की पेराई करके 74 हजार कुंतल चीनी बना चुकी है। मिल की रिकवरी 6.90 रहने से चीनी मिल का घाटा काफी अधिक बढ़ना बताया जा रहा है। मिल पर किसानों का करोड़ो रुपया बकाया है। मिल अधिकारियों के अनुसार 16 दिसंबर तक का भुगतान किया जा चुका है। इसके बाद खरीदे गन्ने का भुगतान अभी तक लटका हुआ है। सहकारी मिल का कमीशन भी नहीं दिया गया है। इस पर समिति द्वारा मिल को नोटिस भी दिया जा चुका है। मिल के मुख्य गन्ना अधिकारी आरपी दीक्षित ने बताया कि किसानों का भुगतान शीघ्र देने के प्रयास किए जा रहे हैं। उधर समिति क्षेत्र का गन्ना खरीदने वाली निजी मिलें भी भुगतान समय से नहीं दे रहीं हैं। इनको भी नोटिस दिया गया है।
बैंकों में भी लटक रहा भुगतान
पूरनपुर: चीनी मिलें किसानों के खाते में एडवाइज बनाकर भुगतान भेजतीं हैं। केवल एसबीआई खातों में ही इलेक्ट्रानिक सिस्टम से ट्रांसफर होता है। पोस्टिंग के नाम पर बैंकें कई दिनों तक किसानों का धन अटका लेती हैं। इसके चलते किसान परेशान हैं।
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