कालेधन को सफेद करने में पांच बैंक कटघरे में
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : कालेधन के खिलाफ पीएम के अभियान को शहर के बैंक कर्मचारी पलीता लगा र
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
कालेधन के खिलाफ पीएम के अभियान को शहर के बैंक कर्मचारी पलीता लगा रहे हैं। शहर में यह चर्चा आम है कि पंद्रह से बीस फीसद कमीशन लेकर बैंक कर्मचारी रुपये को सफेद कर रहे हैं।
लोग शहर के पांच बैंकों को सीधे कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। देहात क्षेत्र के कई बैंकों के कर्मचारियों पर भी लोग ऐसा ही आरोप लगा रहे हैं। कालेधन को सफेद कराने वालों में बिजनेस मैन, बिल्डर, नेता व अन्य काम करने वाले लोग हैं। शहर के तीन बैंकों पर 11 करोड़ पचास लाख रुपये के पुराने नोट व दो बैंकों पर एक व्यक्ति के अस्सी लाख रुपये बदलने की चर्चा जोरों पर है।
लोगों का कहना है कि बैंक कर्मचारी कुछ ही रुपयों को खातेधारों को दे रहे हैं। सरकार ने एक सप्ताह में चौबीस हजार रुपये खाते से निकालने का प्रावधान किया है। कोई भी बैंक मैनेजर दो-तीन हजार से अधिक नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि रुपये निकालने के लिए बैंकों के बाहर लगने वाली भीड़ कम नहीं हो रही है। नया माह शुरू होने के साथ ही लोगों को रुपये की आवश्यकता होने लगी है।
बड़ी संख्या में शादियां हो रही हैं। जो लोग रुपये निकालने के लिए बैंक पहुंच रहे हैं। नकदी न होने की बात कहकर बैंक प्रबंधक लोगों को वापस लौटा दे रहे हैं। कुछ बैंक नकदी दे रहे हैं लेकिन कम नकदी आने की बात कहकर दो या चार हजार रुपये ही दे रहे हैं। एटीएम में भी पर्याप्त नकदी नहीं पहुंच पा रही है। इससे लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है।
आरोप है कि जिन लोगों के काले धन को बदला जा रहा है उन्हें 100, 500 व 2000 रुपये के नए नोट दिए जा रहे हैं। एक-एक मामले में बैंक वाले लाखों रुपये कमा रहे हैं। अपना काला धन सफेद कराने के बाद लोग अपने दूसरे लोगों के काले धन को भी सफेद करा रहे हैं। दो दिनों पूर्व शहर के एक व्यापारी व नेता द्वारा पांच करोड़ रुपये काले धन को सफेद कराने की चर्चा है।
मेरा खाता ¨सडीकेट बैंक में है। नियम है एक बार में 24 हजार रुपये चेक से निकाल सकते हैं। कम नकदी की बात कहकर चार हजार रुपये ही दिए जा रहे हैं। बैंक प्रबंधन द्वारा गड़बड़ी की जा रही है। कमीशन लेकर कालाधन सफेद किया जा रहा है।
स्वाती
----------
बैंक प्रबंधन अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। लंबी लाइन में लगने के बाद मात्र चार हजार रुपये दिए गए। अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों से इतर काम किया जा रहा है। बैंक कर्मचारी कमीशन लेकर अपने करीबियों का कालाधन सफेद कर रहे हैं।
कुमुद ¨सह।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।