काला धन सफेद करने को फेयर एंड लवली स्कीम लाएं मोदी : राहुल
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी बड़े लोगों के मित्र हैं। वह कर्ज माफी को लेकर भी दोहरा चेहरा दिखा रहे हैं।
मेरठ (जेएनएन)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आरोप है कि देश के प्रधानमंत्री कर्जदारों के प्रति दोहरा नजरिया अपना रहे हैं। देवरिया से दिल्ली तक 2500 किलोमीटर की किसान महायात्रा पर निकले राहुल गांधी ने आज यात्रा के अंतिम दिन मेरठ में रोड शो किया।
मेरठ में भी राहुल गांधी के निशाने पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहे। उन्होंने किसानों को साधने की कोशिश की। राहुल ने कहा कि मोदी अमेरिका जाते हैं, लेकिन किसानों के घर नहीं। इस सरकार में और इनकी पार्टी भाजपा किसानों को ऋण वापस न करने पर चोर कहती है जबकि विजय माल्या जैसे लोगों को डिफाल्टर कहा जाता है।
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मोदी सरकार ने चोरों को बचाने के लिए फेयर एंड लवली स्कीम चला रखी है। कांग्रेस ने अपने समय में किसानों की जेब में पैसा डाला लेकिन मोदी सरकार उद्यमियों के खाते में पैसे डाल रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि किसान परेशान है, वह भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। आत्महत्याएं कर रहा है लेकिन मुफ्त बिजली उद्यमियों को मिलती है। उन्होंने मांग की किसानों का कर्ज माफ किया जाए, नहीं कांग्रेस का आंदोलन और तेज होगा।
काले धन को सफेद किए जाने की केंद्र सरकार की योजना पर भी राहुल ने मोदी को घेरा। उन्होंने कहा कि यह भी योजना पूंजीपतियों को लाभ देने के मकसद से ही चलाई गई है। अब विजय माल्या का धन सफेद हो जाएगा। मोदी के 56 इंच के सीने वाले बयान और हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख पहुंचाने वाले बयान पर भी चुटकी ली। अपने करीब दस मिनट के संबोधन में राहुल ने पूरी तरह से मोदी पर ही भाषण फोकस किया। अखिलेश सरकार या सपा, बसपा अथवा रालोद पर एक शब्द भी नहीं बोला।
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इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि कांग्रेस ने शीला दीक्षित जैसे विकासशील चेहरा दिया है और किसानों के बड़े हिमायती राहुल गांधी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश हो या केंद्र सरकार दोनों ही किसानों को ठग रही है। उनकी कोई भी स्कीम कारगर नहीं है। शीला दीक्षित ने कहा कि प्रदेश में बदलाव निश्चित है। हमारी सरकार आनी तय है। कांग्रेस सरकार सबसे पहले युवाओं को रोजगार और किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत मुहैया कराएगी।
फूल से चोटिल हुए राहुल
मेवला फ्लाईओवर के निकट फूल मालाओं से स्वागत के दौरान राहुल की आंख में चोट लग गई। इसके बाद वे कुछ देर के लिए बस के अंदर चले गए। हालांकि अभिवादन के लिए फिर से बस की छत पर आए।
तस्वीरें- मेरठ रोड-शो में बोले राहुल, मोदी सरकार सिर्फ अमीरों की
फिर फिसली जुबान
घंटाघर पर जनसभा के दौरान राहुल गांधी की जुबान फिर फिसली। किसानों के दर्द पर मरहम लगाने की कोशिशों के बीच राहुल बोल बैठे कि यहां किसानों की हालत कितनी बुरी है। किसानों को गन्ना खरीदना पड़ता है। उनके इस बयान पर भीड़ के बीच ठहाका छूट गया।
दो घंटे में नाप दी दूरी
राहुल इससे पहले सुबह साढ़े आठ बजे हेलीकॉप्टर से मेरठ के पुलिस लाइन उतरे और सर्किट हाउस चले गए। यहां से 11 बजे वे रोड शो के लिए निकले। काफिला काफी तेजी से बढ़ता चला गया और महज आधा घंटा में वे सर्किट हाउस से खैरनगर छतरी वाले पीर तक पहुंच गए। इसके बाद संबोधन और फिर भागमभाग। दो घंटे के अंदर ही उन्होंने मेरठ की सीमा नाप दी। राहुल के इस रोड शो को लेकर कार्यकर्ता भी काफी मायूस हुए। कई स्थानों पर तो जुटे लोग राहुल की एक झलक भी नहीं देख सके। राहुल की बस पर नगमा और अन्य स्थानीय नेता भी मौजूद थे। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे राहुल गांधी मेरठ की सीमा पार कर गाजियाबाद के मोदीनगर में प्रवेश कर गए।
जाम ही जाम
राहुल का काफिला आगे बढ़ता गया और जाम लगता गया। कहने को तो आला अफसरों ने जाम न लगने देने का दावा किया था लेकिन सारे दावे हवाई साबित हुए। लोग घंटों जाम से जूझते रहे।
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