गुस्साए शियाओं ने किया लहूलुहान मातम
मेरठ : सिटी स्टेशन पर रविवार को साढ़े तीन घंटे तक हंगामा, प्रदर्शन, धक्का-मुक्की और झड़पें हुई। इस दौरान शताब्दी, जनशताब्दी को रोकने की कोशिशें हुई। पुलिस ने लाठियां फटकार कर कई प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। शिया समुदाय के गुस्साये लोगों ने जंजीरों और हथियारों से खुद को लहूलुहान कर विरोधस्वरूप मातम करना शुरू दिया। जालंधर-नई दिल्ली (सुपर) को रोक प्रदर्शनकारी इंजन पर जा चढ़े। खून से तर-ब-तर लोगों को देख पुलिस-प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। अफसरों के साथ ही नायब शहर काजी के समझाने पर मामला निपटा।
पिछले दिनों दिल्ली में इस्राइल दूतावास की गाड़ी को बम से उड़ाने के आरोप में गिरफ्तार हुए पत्रकार मोहम्मद अहमद काजमी की रिहाई की मांग प्रदर्शनकारी कर रहे थे। रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे मोहम्मद हसन अली के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग सिटी स्टेशन पहुंचे। स्टेशन परिसर में काले झंडे लहराते हुए प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार व अमेरिका विरोधी नारे लगाये।
पूर्व सूचना के आधार पर स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार बंद कर दिये गये थे। कुछ प्रदर्शनकारी जैसे-तैसे स्टेशन के भीतर घुस गये। देहरादून-नई दिल्ली जनशताब्दी को रोकने की कोशिश की गई। 9.25 पर पहुंची ट्रेन जैसे ही चलने लगी कि कुछ युवक ट्रेन के आगे कूद गये तो चालक ने ट्रेन रोकी। सुरक्षा बलों ने लाठियां फटकार कर इन्हें खदेड़ा। कई को हिरासत में ले लिया गया। इस बीच सुरक्षा बल और प्रदर्शनकारियों में लुकाछिपी भी चली। दिल्ली जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को भी रोका गया। महज कुछ मिनट की देरी के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही रेलवे रोड, देहलीगेट आदि थानों की पुलिस व आरएएफ ने मोर्चा संभाला। एडीएम सिटी डा. नीरज शुक्ला, एसपी ट्रेफिक व सीओ प्रदर्शनकारियों को समझाने लगे। स्टेशन के गेट बंद करने के साथ ही प्रवेश के रास्तों पर फोर्स तैनात कर दिया गया। इससे गुस्साये शिया समुदाय के लोगों ने सामान्य टिकट खिड़की के बाहर मातम शुरू कर दिया। धारदार हथियारों से मातम कर प्रदर्शनकारियों ने खुद को लहूलुहान कर लिया। इससे पुलिस-प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये।
एडीएम सिटी ने फोन पर आला अफसरों से वार्ता के बाद प्रदर्शनकारियों को भीतर जाने की इजाजत दे दी। निर्धारित समय से लेट 11.20 पर आयी जालंधर-नई दिल्ली सुपर एक्सप्रेस को रोककर लोग ट्रेन के इंजन पर चढ़ गये। केंद्र सरकार व अमेरिका विरोधी नारेबाजी करते हुए काजमी की रिहाई की मांग की। इस बीच काजमी के परिवार की महिलाओं के साथ ही दर्जनभर से ज्यादा महिलाओं ने भी प्रदर्शन किया। थोड़ी देर बाद ट्रेन रवाना हुई। दिन में 11.55 पर नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने लोगों को समझाया।
इससे पूर्व नई दिल्ली-देहरादून शताब्दी को रोकने की कोशिश भी कुछ प्रदर्शनकारियों ने की। इन्हें हिरासत में ले लिया गया। ये लोग टिकट लेकर सुबह ही स्टेशन पहुंच गये थे। प्रदर्शनकारियों में रईस उल हसन जैदी, सैयद अली, मौ. अमीर आलम, निशन जैदी, मौ. अतहर काजमी, हाजी अली अनवर, अकबर अली, मौलाना अली हसनैन, शहजाद हुसैन, डा. फुरकान हैदर व कलीम अब्बास समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।
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