ताउम्र मां नहीं बन पाएगी पीड़िता!
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मेरठ : पीड़िता की किडनी गायब नहीं है, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे रिपोर्ट ने यह साफ कर दिया। इस पर अफसरों ने राहत की सांस ली, पर उस समय बड़ा बवाल हो गया, जब गर्भाशय की फेलोपियन ट्यूब गायब मिली। माना गया कि मुजफ्फरनगर के अस्पताल में युवती के गर्भाशय से फेलोपियन ट्यूब निकाली गई, जिससे पीड़िता का भविष्य में मां बनना भी बड़ा मुश्किल है। अफसर इस सच्चाई को दबाने में जुटे हुए हैं।
युवती के पेट में दो सेमी चौड़ा और सात सेमी लंबा आपरेशन का निशान है। जिसमें युवती ने किडनी निकालने की आशंका जाहिर की थी। पुलिस ने युवती का अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे कराया जिसमें गर्भाशय को जोड़ने वाली दो फेलोपियन ट्यूब में से एक गायब है। डाक्टरों की मानें तो फेलोपियन ट्यूब उस स्थिति में निकाली जाती है, जब गर्भ, गर्भाशय के बजाए ट्यूब में रुक जाता है। 29 जून को पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। माना जा रहा है कि पीड़िता के साथ कुछ ऐसी ही स्थिति हुई और उसकी फेलोपियन ट्यूब निकालनी पड़ी। फेलोपियन ट्यूब निकल जाने से भविष्य में संभव है कि पीड़िता कभी मां न बन पाये। हालांकि इस चौंकाने वाले तथ्यों को पुलिस और प्रशासनिक अफसर दबाने में जुट गए हैं। माना तो यहां तक जा रहा है कि खाड़ी देशों में मानव तस्करी के लिए महिलाओं का गर्भाशय निकाल दिया जाता है। कुछ लोग इसके पीछे मानव तस्करी से जुड़े रैकेट के होने की बात भी कर रहे हैं। डीआइजी के. सत्यनारायण का कहना है कि पुलिस की टीमें सभी तथ्यों पर जांच कर रही हैं।
पांच प्वाइंटों पर हो रही जांच :
मेडिकल के बाद पुलिस ने स्लाइड बनाकर युवती के कपड़े, पैथोलाजी रिपोर्ट को फारेंसिक जांच के लिए भेजा है। गर्भाशय की जांच भी करवाई जा रही है।
आरोपी और मुकदमे
आरोपी : नवाब
-सनाउल्ला
-निशांत
-समरजहां पत्नी सनाउल्ला
-हाफिज मदरसा हापुड़ और चार अज्ञात।
धारा : 303, 366, 376घ, 295क, 422, 467, 468, 323, 504, 506 और 34 आइपीसी

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