स्वाइन फ्लू से दो महिलाओं की मौत
मेरठ : स्वाइन फ्लू से लगातार एक के बाद नौ मरीज दम तोड़ चुके हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग नकारने में लगा है। बुधवार को 45 वर्षीय बरखा की दिल्ली के परमानंद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दूसरी ओर, जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दाखिल अमृता की मौत से प्रशासन सन्न हो गया। मेडिकल टीम ने आनन-फानन में दोनों के परिजनों को प्रिवेंटिव मेडिसिन दी।
शास्त्रीनगर निवासी बरखा को एक सप्ताह पहले खांसी शुरू हुई। उसका इलाज आनंद अस्पताल, मधु नर्सिग होम एवं तुलसी हॉस्पिटल में कराया गया। आराम न होने पर 25 फरवरी को उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। वहां बरखा की बुधवार सुबह मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिजनों को दवाएं दी। इस दौरान दवाएं भी कम पड़ गई।
जिला अस्पताल में गर्भवती ने तोड़ा दम
स्वाइन फ्लू का कहर गांवों तक पहुंच चुका है। जानसठ से जिला अस्पताल पहुंची अमृता ने शाम करीब छह बजे दम तोड़ दिया। इमरजेंसी में वेंटीलेटर न होने से उसकी चिकित्सा नहीं की जा सकी। बाद में स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिजनों को मास्क एवं टेमीफ्लू की गोलियां दीं। परिजनों ने बताया कि छह दिनों पहले अमृता की तबीयत खराब हुई थी, जिस पर डाक्टरों ने स्वाइन फ्लू की संभावना जताई थी। स्थिति बिगड़ने पर बुधवार पीएल शर्मा अस्पताल ले जाया गया। ाक्टरों ने उसे स्वाइन फ्लू से ग्रस्त होने की आशंका से मना कर दिया। शाम को उसकी सांस अचानक फूलने लगी, लेकिन वेंटीलेटर न होने पर उसने इमरजेंसी वार्ड में दम तोड़ दिया। सीएमएस डा. एके राठौर ने बताया कि गंभीर हालत में अमृता आई थी, जिसने ट्रीटमेंट से पहले ही दम तोड़ दिया। उन्होंने स्वाइन फ्लू होने से इंकार किया।
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