सांसद हेमामालिनी ने खोला राज, मुझे सामने देख शरमा गए थे अटल
हेमामालिनी ने आज रहस्योंद्घाटन किया कि जब एक दिन मैं उनके सामने पहुंच गई, तो अटल बिहारी वाजपेयी शरमा गए। वह ठीक से बात नहीं कर पा रहे थे।
मथुरा (जेएनएन)। लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे फिल्म कलाकार विनोद खन्ना यदि स्वप्न सुंदरी हेमा मालिनी को भाजपा की राजनीति में नहीं लाए होते तो आज वह मथुरा की सांसद नहीं होतीं। हेमा को आज भी याद है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जब वह पहली बार मिलीं तो वाजपेयी शरमा गए थे।
आज मथुरा में पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में उन्होंने खुद के राजनीति में आने का श्रेय अभिनेता विनोद खन्ना को दिया। उनके असाध्य बीमारी से उबरने की कामना करते हुए उन्होंने बताया कि मुझे राजनीति में, खास तौर पर भाजपा में लाने का श्रेय मेरे सह अभिनेता एवं गुरदासपुर से सांसद रहे विनोद खन्ना को जाता है। 1999 में गुरदासपुर से दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे खन्ना ने अपने यहां प्रचार के लिए बुलाया था। तब मुझे पहला भाषण मां ने लिखकर दिया, सभा हिट रही।
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वाजपेई ने पच्चीस बार देखी थी सीता गीता
मुझे बाद में पता चला कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को मेरी 1972 में रिलीज हुई फिल्म सीता और गीता इतनी भाई कि उन्होंने 25 बार देख डाली थी। एक दिन मैं उनके सामने पहुंच गई, तो अटल बिहारी वाजपेयी शरमा गए। वह ठीक से बात नहीं कर पा रहे थे। मैने पूछा अटल जी, ठीक से बात क्यों नहीं कर रहे। इसी बीच एक महिला ने बताया कि अटल जी आपके बहुत बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने 'सीता और गीता ' सिनेमा हाल में जाकर 25 बार देखी थी, इसीलिए आज अचानक आपको सामने पाकर शरमा रहे हैं।
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