उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू पर महानिदेशक समेत अधिकारी तलब
उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। रोज नए मरीजों की पहचान होने से पीड़ितों की संख्या सैकड़ों में पहुंच गई है। आज तड़के बलरामपुर और उन्नाव में एक-एक मौत होने की सूचना है। बलरामपुर में तुलसीपुर चीनी मिल में गन्ना विभाग में कार्यरत अशोक
लखनऊ। स्वाइन फ्लू की रोकथाम व इसके इलाज के बेहतर प्रबंध न होने पर उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य को नोटिस जारी की है। पीठ ने जानना चाहा है कि अब तक स्वाइन फ्लू के इलाज व रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। पीठ ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य सहित अन्य आला अफसरों को तलब करते हुए कहा है कि वह उपस्थित होकर बताएं कि स्वाइन फ्लू को रोकने के कौन से उपाए किए जा सकते हैं।न्यायमूर्ति इम्तियाज मुर्तजा व न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी की खंडपीठ ने यह आदेश एक जनहित याचिका पर दिए हैं। पीठ ने सहयोग के लिए महानिदेशक, लखनऊ के जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित लखनऊ के नगर स्वास्थ्य अधिकारी को तलब किया है। याचिका में आरोप लगाया गया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू जैसी जानलेवा बीमारी फैल रही है। कहा गया कि मास्क, दवाएं तथा बचाव के संसाधन बहुत कम हैं। आरोप लगाया गया कि इस बीमारी से लगातार मौतें हो रही हैं फिर भी केंद्र सरकार व राज्य सरकार सचेत नहीं है और न ही कोई बचाव के ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। याचिका में कहा गया कि स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारी के इलाज व बचाव की व्यवस्था की जाए।राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता बुलबुल गोदियाल ने बताया कि राज्य सरकार इस मामले में स्वयं सचेत है तथा आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। मामले की सुनवाई 25 फरवरी को भी होगी।
पांच लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू से मौतों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को विभिन्न जिलों में दो महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। इनमें कानपुर में हैलट के संक्रामक रोग अस्पताल (आइडीएच) में भर्ती दो महिलाओं की वेंटीलेटर न मिलने से घंटों तड़पने के बाद हुई मौत के लिए परिवारीजन ने अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। बीते चौबीस घंटे के दौरान 30 नए मरीजों में इसकी पुष्टि हुई है। इसके अलावा 15 संदिग्ध मरीज भर्ती किए गए है। वहीं, बरेली में नवोदय विद्यालय के एक दर्जन से अधिक बच्चों में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण मिलने पर जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग के हाथ-पांव फूल गए हैं।कानपुर के गांधी नगर निवासी विभू शुक्ल की पत्नी अंजुला शुक्ला कई दिन से बीमार थी। सोमवार रात उसकी हालत बिगडऩे पर परिवारीजन ने हैलट के संक्रामक रोग अस्पताल (आइडीएच) में भर्ती कराया। मंगलवार सुबह पांच बजे भर्ती हुईं, लेकिन 11 बजे उनकी मौत हो गई। परिवारीजन का आरोप है उन्हें वेंटीलेटर की जरूरत थी लेकिन उस पर नहीं रखा। इसी तरह तात्या टोपेनगर, बर्रा निवासी अमित कुमार की पत्नी शोभना पांडेय की रविवार रात तबियत खराब होने पर हैलट इमरजेंसी के मेडिसिन में भर्ती कराया गया था। सोमवार सुबह हालत बिगडऩे पर डाक्टरों ने वेंटीलेटर के लिए आइडीएच भेज दिया। वहां उन्हें वेंटीलेटर पर नहीं रखा गया। दो घंटे तड़पने के बाद उनकी भी सांसें थम गईं। वहीं आइडीएच के सीएमएस डा.अनूप कुमार शुक्ला दोनों मरीजों को वेंटीलेटर उपलब्ध नहीं करा पाने के सवाल का कोई जवाब नहीं दे सके। इसके अलावा सीएमओ कार्यालय से स्वाइन फ्लू के एक और मरीज का नमूना जांच को लखनऊ भेजा है। अब तक 60 संदिग्ध मरीजों की जांच कराई गई है। इसमें 11 की रिपोर्ट आनी है। अलीगढ़ में स्वाइन फ्लू से एक और महिला की मौत हो गई। अभी तक चार लोग स्वाइन फ्लू का शिकार हो चुके हैं। दो और संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। आगरा में नौ नए संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) दिल्ली भेजे गए हैं। बरेली के एक निजी अस्पताल में बदायूं के एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। नवोदय विद्यालय के एक दर्जन से अधिक बच्चों में स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण मिले हैं। डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका इलाज कर रही है। जिला अस्पताल में तीन संदिग्ध लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। लखनऊ में मंगलवार को 29 नए मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई। राजधानी में अब तक कुल 273 मरीज स्वाइन फ्लू की जद में आ चुके हैं। उन्नाव जिले के अचलगंज कस्बे में स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीज राजेन्द्र कुमार गुप्त की मौत हो गई। इलाहाबाद में अल्लापुर के युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इस तरह स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या तीन पहुंच गई है।
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