सुरेश प्रभु को ट्वीट, उतारे गए महिला कोच से पुरुष यात्री
होली पर्व पर ट्रेन में भीड़ के कारण महिला कोच में भी पुरुष यात्री सवार हो जाते हैं। कानपुर में इससे परेशान मेडिकल छात्रा ने रेल मंत्री को इस परेशानी से अवगत कराया और अगले स्टेशन यानी फतेहपुर में तत्काल एक्शन हो गया।
लखनऊ। होली पर्व पर ट्रेन में भीड़ के कारण महिला कोच में भी पुरुष यात्री सवार हो जाते हैं। कानपुर में इससे परेशान मेडिकल छात्रा ने रेल मंत्री को इस परेशानी से अवगत कराया और अगले स्टेशन यानी फतेहपुर में तत्काल एक्शन हो गया।
कल शाम को कानपुर से वाराणसी की ओर प्रस्थान करने वाली चौरी चौरा एक्सप्रेस में महिला कोच में पुरुषों के सवार होने का मामला रेलमंत्री सुरेश प्रभु तक पहुंच गया। मेडिकल एक छात्रा ने रेल मंत्री को एक ट्वीट कर शिकायत की। महिला बोगी में पुरुष यात्री बैठे हैं, महिलाओं को बैठने नहीं दिया जा रहा हैं। छात्रा की ट्वीट पर रेल प्रशासन दौड़ पड़ा और सारे पुरुष यात्रियों को बोगी से निकालकर दूसरे डिब्बों में बैठाया गया।
एमबीबीएस की छात्रा सुनीता वर्मा (बदला नाम) वाराणसी की निवासी है। वह कानपुर से चौरीचौरा एक्सप्रेस से वाराणसी जा रही थी। कानपुर में ही रावतपुर के विपुल श्रीवास्तव अपने रिश्तेदार के साथ अनवरगंज स्टेशन से वाराणसी जाने के लिए महिला कोच में पहले से बैठा था। ट्रेन जब कानपुर स्टेशन से ट्रेन रवाना हुई तो बैठने को लेकर कहासुनी होने लगी। तभी छात्रा ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर दिया कि महिला बोगी में पुरुष यात्री बैठे हुए हैं।
जैसे ही चौरी चौरा एक्सप्रेस कानपुर के बाद फतेहपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर जैसे रुकी, पुलिस बल महिला बोगी की ओर दौड़ पड़े। इस प्रकरण पर पुलिस ने शिकायत करने वाली छात्रा से पूछताछ की और लड़के को पकड़ लिया। लड़के ने छात्रा से माफी मांगी और उसने लिखित रूप से शिकायत वापस ले ली।