घर से भागा बेटा 18 साल बाद साधु बन लौटा
वाराणसी सिगरा के सोनिया इलाके में मुन्नी लाल के घर सुबह एक साधु भिक्षा लेने पहुंचा। वह कोई और नहीं, बल्कि उनका बेटा राजकुमार था, जो 18 साल पहले घर छोड ...और पढ़ें

लखनऊ। वाराणसी सिगरा के सोनिया इलाके में मुन्नी लाल के घर सुबह एक साधु भिक्षा लेने पहुंचा। वह कोई और नहीं, बल्कि उनका बेटा राजकुमार था, जो 18 साल पहले घर छोड़कर चला गया था। 14 साल की उम्र में मध्य प्रदेश के उज्जैन जाकर राजकुमार अब जोगिया बाबा बन गया। उज्जैन में गोरखनाथ जी बाबा से दीक्षा लिया।
वह अपनी मां राधा देवी से वस्त्र भिक्षा लेना चाहता था ताकि उसका जोग धर्म पूर्ण हो सके। बाबा ने बताया कि मां से भिक्षा लेने आया हूं ताकि मोह माया से पूर्णत: दूर प्रभु की साधना में लीन हो जाऊं। राधा देवी ने बताया सुबह एक साधु ने आकर दरवाजा खटखटाया और मां भिक्षाम देहि की आवाज लगाने लगा। जब दरवाजा खोला तो जोगिया बाबा ने कहा मुझे पहचाना मां, मैं आपका राजकुमार हूं। राजकुमार के हाथ पर नाम खुदा था जिसे देखकर वह पहचान गई और उसे गले से लगा लिया।

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