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    उत्तर प्रदेश में कई नदियां पार कर गईं खतरे का निशान

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Tue, 26 Jul 2016 09:00 PM (IST)

    पड़ोसी देश नेपाल में हो रही भारी बारिश से उत्तर प्रदेश की नदियों में पानी बढ़ गया है। इससे बांधों और तटबंधों पर दबाव बढ़ने लगा है।

    लखनऊ (जेएनएन)। पड़ोसी देश नेपाल में हो रही भारी बारिश के चलते नेपाल से लगे भारतीय सीमा क्षेत्र के जिलों की नदियों में पानी का दबाव बढ़ गया है। भारतीय क्षेत्र में इसका असर दिखना शुरू है। घोघी और वानगंगा, शारदा और घाघरा समेत कई नदियां खतरे के निशान को पार कर गई है। गंगा, यमुना, रामगंगा, गर्रा, खन्नौत और नारायणी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गईं हैं।

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    तस्वीरों में देखें-उत्तर प्रदेश की नदियों में बढ़ता पानी

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    सीतापुर में सोमवार रात से शारदा-घाघरा नदियों में डेढ़ फीट से अधिक पानी बढ़ गया है। जिससे तटवर्ती गांवों में खलबली है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। लखीमपुर में सोमवार रात से हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर और बढ़ गया है। शारदा का पानी आसपास के गांवों में घुसने लगा है। धौरहरा क्षेत्र में घाघरा तेजी से कटान कर रही है।

    बहराइच में घाघरा का जलस्तर घटने के साथ कटान तेज हो गई है। गोलागंज व कायमपुर समेत आधा दर्जन गांव कटान के निशाने पर हैं। पांच मकान और 200 बीघा जमीन नदी में समा गए हैं। बाराबंकी में घाघरा एल्गिन चरसड़ी के तटबंध के कटवन पर कटान कर रही है। कर्नलगंज व तरबगंज के 8 गांवों में आवागमन के लिए 19 नावें लगाई गई हैं। बलरामपुर में बरसात के बीच राप्ती नदी समेत पहाड़ी नालों में जबरदस्त उफान है। खरझार नाले में भी उफान होने से यातायात ठप हो गया है। अंबेडकरनगर में घाघरा नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान ऊपर रहा। टांडा तहसील के ख्वाजेपुर पुरवे में नदी कटान कर रही है।

    मंगलवार को बस्ती, संतकबीर नगर और देवरिया जिले में घाघरा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। करीब ढाई दर्जन गांवों में पानी घुस गया है। इसी तरह महराजगंज और कुशीनगर जिले में नारायणी नदी उफान पर है। इससे कई गांवों में पानी घुस गया है। सिद्धार्थनगर जिले की घोघी व वानगंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। अन्य नदियां भी बढ़ाव की ओर है।

    बरेली में रामगंगा में पानी तेजी से बढ़ रहा है। शाहजहांपुर में मंगलवार को ग्रामीण इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई है। गंगा, रामगंगा, गर्रा और खन्नौत नदियों का जलस्तर बढ़ा है। जलालाबाद तहसील क्षेत्र में रामगंगा और गंगा के कटान से ग्रामीण पलायन कर रहे हैं। पीलीभीत में शारदा एवं देवहा नदी का जलस्तर फिर बढ़ गया है। पूरनपुर के ट्रांस क्षेत्र में शारदा नदी उफन रही है। ट्रांस क्षेत्र के गांवों में निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। मुरादाबाद में पहाड़ से छोड़े जाने वाले पानी में कमी आने से गंगा का जलस्तर घटना प्रारंभ हो गया है। रामपुर में कोसी नदी में जलस्तर घटने लगा है। हालांकि जलस्तर कम होने से नदी ने कटान भी किया है, जो कहीं कहीं अब भी जारी है।

    बिजनौर के कालागढ़ की पहाडिय़ों से आए सैलाब ने क्षेत्र के ग्राम भोगपुर में भारी तबाही मचाई। खेतों में खड़ी हजारों बीघा फसल नष्ट हो गई। घरों में घुसे पानी ने ग्रामीणों को बड़ा नुकसान पहुंचाया। बड़ी संख्या में मवेशी भी बह गए। खौफजदा ग्रामीणों ने पलायन शुरू कर दिया है। सोमवार देर रात गांव भोगपुर में कालागढ़ की पहाडिय़ों से तेज बहाव के साथ पानी आया। बताया जाता है कि गांव में चार-पांच फुट तक पानी जमा हो गया और घरों के अंदर तक पहुंच गया। ग्रामीण जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे। इस बीच कई किसानों के पशु भी बह गए। इलाके में दूर-दूर तक खेतों में सिल्ट जमा हो गई। सड़कों में कीचड़ व मलबा जमा हो गया। एडीएम वित्त एवं राजस्व विशाल ङ्क्षसह का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र में बादल फटने से तेज बहाव के साथ पानी आया है। तहसील के अधिकारियों को मौके पर भेजकर नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। पीडि़तों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।

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    महराजगंज में नारायणी नदी का जल स्तर कल रात से बढ़ना शुरू है। जलस्तर बढ़ने से बी गैप, नेपाल व ए गैप बाँध पर पानी का दबाव बढ़ा है। नेपाल प्रशासन द्वारा अलर्ट घोषित करते हुए अपने नागरिकों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। बंधे की मरम्मत का कार्य जारी है। नेपाल के नर्शिहि गांव विकास समिति, परसौनी गांव विकास समिति, पक्लीहवा गांव विकास समिति सहित भारत के कुछ हिस्से नारायणी की बाढ़ से प्रभावित होंगे। पानी बढ़ने के साथ बंधों की मरम्मत का कार्य बाधित हुआ है। ऊंचाई वाले स्थानों पर सिंचाई विभाग द्वारा कार्य कराया जा रहा है। सिंचाई खंड दो के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार ने कहा कि पानी बढ़ने से बंधों की मरम्मत कार्य में कुछ बाधा आई है। कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है।