सूचना आयुक्त अरविंद सिंह विष्ट ने आरटीआइ कार्यकर्ता को पीटा
एक आरटीआइ कार्यकर्ता ने राज्य सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट पर मारपीट करने का आरोप लगाया। आरटीआइ कार्यकर्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी के मुताबिक वह आयोग में तारीख पर गया था, लेकिन आयुक्त ने चार लोगों के साथ मिलकर उसे पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।
लखनऊ। एक आरटीआइ कार्यकर्ता ने राज्य सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट पर मारपीट करने का आरोप लगाया। आरटीआइ कार्यकर्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी के मुताबिक वह आयोग में तारीख पर गया था, लेकिन आयुक्त ने चार लोगों के साथ मिलकर उसे पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। तनवीर को हजरतगंज कोतवाली में कई घंटे बैठाए रखा गया, फिर बिना लिखापढ़ी के छोड़ दिया गया। थाने और एसएसपी कार्यालय में रिपोर्ट न लिखे जाने के बाद देर शाम तक तनवीर और अन्य आरटीआइ कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास पर डटे थे। उधर, सूचना आयुक्त बिष्ट ने मारपीट की घटना से इनकार किया है।
शाम को कोतवाली से निकलने के बाद तनवीर ने बताया कि आयोग में उसे आज एक केस के सिलसिले में बुलाया गया था, लेकिन आयुक्त ने यह कहते हुए पीटना शुरू कर दिया कि तुम मेरी शिकायत राज्यपाल से करने जाओगे। तनवीर के मुताबिक वह कई दिनों से आयोग में सुनवाई के दौरान वीडियोग्र्राफी की मांग कर रहा था। उसकी शिकायत थी कि आयोग से सूचना की बजाय हर बार तारीख मिल रही है, इसलिए आयोग की कार्यवाही रिकार्ड होनी चाहिए। तनवीर और उसके साथियों ने सूचना आयुक्तों द्वारा आरटीआइ कार्यकर्ताओं का उत्पीडऩ किए जाने के खिलाफ बीती नौ जनवरी को हजरतगंज में धरना भी दिया था। इसी क्रम में सोमवार शाम राज्यपाल से मुलाकात का समय लिया गया था।
आरटीआइ कार्यकर्ता शाम को राज्यपाल से मिलकर शिकायत की तैयारी कर रहे थे कि इससे पहले दिन में तनवीर को राज्य सूचना आयोग बुला लिया गया। तनवीर के मुताबिक सूचना आयुक्त बिष्ट धरना दिए जाने से भी नाराज थे। आयोग में मारपीट के बाद तनवीर को जब कोतवाली लाया गया, आरटीआइ कार्यकर्ताओं का समूह वहां पहुंच चुका था। यहां नारेबाजी के बीच सूचना आयुक्त के खिलाफ तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं ली। आरटीआइ कार्यकर्ता एसएसपी कार्यालय पहुंचे, यहां भी उनकी बात नहीं सुनी गई। निराश कार्यकर्ता कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। कुछ देर में पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर उन्हें वापस भेज दिया।
आज फिर जाएंगे कोतवाली
तनवीर व सहयोगी आरटीआइ कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने बताया कि एफआइआर लिखाने के लिए वे मंगलवार दोपहर वे फिर हजरतगंज कोतवाली जाएंगे। यदि पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करेगी तो न्यायालय के जरिए मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उर्वशी ने बताया कि सोमवार शाम हुई मुलाकात में उन्होंने राज्यपाल राम नाईक को प्रकरण की लिखित जानकारी दी है। उधर राज्य सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट ने कहा कि मेरे कार्यालय में किसी के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। लगातार आरटीआइ दायर करने वाले कुछ लोग आयोग में हंगामा करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें पुलिस के सिपुर्द कर दिया गया था। मुख्य सूचना आयुक्त जावेद उस्मानी ने कहा कि कुछ हंगामे की बात सुनी तो है लेकिन तथ्यों की जानकारी नहीं हैं। घटना से जुड़े तथ्यों की जानकारी की जा रही है। एसएसपी लखनऊ राजेश पांडेय ने बताया कि इंदिराभवन में सूचना आयोग के कर्मचारियों के साथ हंगामे की सूचना पर तनवीर को थाने लाया गया था। उसके द्वारा मिले शिकायत पत्र में दिए गए तथ्यों की जांच की जा रही है।
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