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    उत्तर प्रदेश में आगरा सबसे बवाली शहर

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Sun, 27 Sep 2015 10:33 AM (IST)

    विश्व के सात अजूबों में एक ताज महल की खुबसूरती के लिए विख्यात आगरा पर एक बदनुमा दाग लग गया है। आगरा की पहचान गेट वे ऑफ यूपी के बाद सूबे के सबसे बवाली ...और पढ़ें

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    आगरा(गौरव दीक्षित)। विश्व के सात अजूबों में एक ताज महल की खुबसूरती के लिए विख्यात आगरा पर एक बदनुमा दाग लग गया है। आगरा की पहचान गेट वे ऑफ यूपी के बाद सूबे के सबसे बवाली शहर के रूप में सामने आई है। सरकार और अफसर कुछ भी कहें मगर यह सच्चाई नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ों ने उजागर की है। जारी रिपोर्ट में प्रदेश का सबसे बड़ा बवाली जिला आगरा बताया गया है, जबकि दूसरे स्थान पर मेरठ है।

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    नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने हाल ही में वर्ष 2014 के आंकड़ों को जारी किया है। राज्यवार और देश के 53 चुनिंदा जिलों को लेकर तैयार किए गए आंकड़े पर आधारित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश के आगरा, मेरठ, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद और गाजियाबाद शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के सात जिलों में सर्वाधिक बवाल 242 आगरा में हुए, जिनमें प्रभावित होने वालों की संख्या प्रति लाख 13.9 है। दूसरे स्थान पर 161 बवालों के साथ मेरठ है, बवालों में आठ सांप्रदायिक हैं। यहां प्रति लाख में प्रभावित व्यक्तियों की संख्या 11.3 है।

    नेताओं ने भी खूब लड़ाया

    आंकड़े गवाह हैं कि नेताओं ने भी लोगों को आपस में खूब लड़ाया। आंकड़ों में शामिल उत्तर प्रदेश के शहरों में 149 मामले ऐसे हुए, जहां राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते बवाल हुआ। राहत इसकी है कि सुलहकुल की नगरी आगरा में सांप्रदायिक बवाल नहीं हुए।

    आंकड़ों में बवाल

    जनपद बवाल प्रभावित व्यक्ति

    आगरा 242 13.9

    मेरठ 161 11.3

    कानपुर 97 3.3

    लखनऊ 73 2.5

    गाजियाबाद 37 1.6

    वाराणसी 34 3.3

    इलाहाबाद 23 1.9

    पटना सबसे आगे

    53 शहरों की सूची में पहला नंबर बिहार की राजधानी पटना का है। यहां पर 2014 में 470 बवाल हुए, जिसमें प्रति लाख में 23 व्यक्ति प्रभावित हुए।

    देश के टॉप के बवाली जिले

    जनपद बवाल

    पटना 470

    मुम्बई 409

    बंगलुरू 388

    कोलकाता 315

    कोल्लम 301

    पुणे 259

    यहां रही शांति ही शांति

    देश में तीन जिले ऐसे भी हैं, जहां साल भर शांति बनी रही। पंजाब के अमृतसर और लुधियाना और राजस्थान के जिले कोटा में एक भी बवाल नहीं हुआ।

    फरीदाबाद सबसे अधिक सांप्रदायिक

    आंकड़ों के मुताबिक 53 जनपदों में 276 सांप्रदायिक बवाल हुए, जिसमें हरियाणा के फरीदाबाद में अकेले 207 बवाल हुए। इसके बाद गुजरात के बड़ोदरा में 19, अहमदाबाद में 18, लखनऊ, मेरठ और पुणे में 8-8, हैदराबाद में 4, इंदौर 2, जयपुर व तिरुवनंतपुुरम में एक-एक सांप्रदायिक बवाल हुए।