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हिस्ट्रीशीटरों के लिए खुलते हैं राजभवन के दरवाजे : आजम

नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने फिर राजभवन पर निशाना साधा है कि उसके दरवाजे हिस्ट्रीशीटर के लिए खुलते है। आजम के मुताबिक राज्यपाल को हर वह हिस्ट्रीशीटर पसंद है जिसने उन्हें जान से

By Ashish MishraEdited By: Published: Fri, 15 Jul 2016 09:31 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jul 2016 09:53 PM (IST)

लखनऊ (जेेएनएन)। नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने फिर राजभवन पर निशाना साधा है कि उसके दरवाजे हिस्ट्रीशीटर के लिए खुलते है। आजम के मुताबिक राज्यपाल को हर वह हिस्ट्रीशीटर पसंद है जिसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने तंज किया कि वह महामहिम हैं। मुझे मंत्री पद से बर्खास्त कर देंगे तो क्या होगा? इसलिए उनसे डरना तो पड़ेगा ही। इधर राज्यपाल राम नाईक ने दैनिक जागरण से कहा कि आजम के बयान पर उनके द्वारा टिप्पणी करना उनकी गरिमा के अनुकूल नहीं है।

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आजम शुक्रवार को शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की वेबसाइट के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। केंद्र पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा कि कैराना का मामला बैक फायर हो गया। दादरी पर दो रिपोर्ट क्यों? यह मान भी लिया जाए कि इकलाख के घर में मांस का टुकड़ा मिला तो क्या इस बात के लिए किसी की जान ले लेना सही है। दिल्ली के कई पांच सितारा होटलों में गाय का पका मांस मिलता है तो केंद्र सरकार उन पर क्यों नहीं प्रतिबंध लगाती? उन्होंने गुजरात में खाल बेचने वालों के साथ हुई घटना का निंदा की। कहा, ङ्क्षहदुस्तान में हमें बोझ समझा जाता है। कुछ लोग हमें म्लेच्छ कहते हैं। मेरे गुजरने पर भाजपा वाले गंगाजल से सड़क को शुद्ध करते हैं। जिसको बुरी लगे मेरी बात, वह अगले साल रोजा रख ले।

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मैंने बदायूं में जो देखा, कह दिया।

आजम ने दिल्ली के शाही इमाम बुखारी को भी आड़े हाथों लिया। बोले, दिल्ली की मस्जिद में सीढ़ी पर भीख मांगने वालों से भी वहां के इमाम पैसे लेते हैं। उन्होंने रामपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज की तस्वीर भी दिखाई। कहा कि मेडिकल कालेज की मुख्य इमारत बिल्कुल रायसीना हिल्स (राष्ट्रपति भवन) की तरह बनेगी जबकि संसद भवन के जैसी कैंटीन होगी।


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