Mathura Violence : हमसे पैसा ले लो लेकिन हमारा बेटा वापस कर दो : शहीद एसपी के पिता
मथुरा में एसपी सिटी के पद पर तैनात रहे मुकुल द्विवेदी का अंतिम संस्कार आज मथुरा में ही होगा। उनके परिवार के लोग मथुरा पहुंच चुके हैं।
लखनऊ [जेएनएन]।मथुरा में कल अतिक्रमण हटाने के दौरान शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी के पिता अपने पुत्र की मौत के बाद से बेहद दुखी है। उन्होंने कहा कि सरकार से मैं एक पैसा भी मुआवजा नहीं लूंगा।
उन्होंने कहा सरकार तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को तो चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। बेटे के शहीद होने के बाद पिता ने मीडिया को बताया कि दो वर्ष से कब्जे की जगह कोर्ट के आदेश के वावजूद सरकार खाली नहीं करा पाई। ऐसी सरकार को चूल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। मुकुल द्विवेदी के परिवार के लोगों ने सरकार के मुआवजे को लेकर कहा कि उन्हें ये पैसा नहीं चाहिए, बल्कि हमसे पैसा ले लो लेकिन हमारा बेटा वापस कर दो।
एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी यूपी के औरैया के विधूना कोतवाली क्षेत्र के मानी कोठी के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की सूचना मिलने के बाद उनके पैतृक गांव मानी कोठी में माहौल गमगीन हो गया। मुकुल द्विवेदी के घर पर गांव में उनके माता-पिता रहते हैं, जबकि एक भाई बाहर दुबई में नौकरी करते हैं। मुकुल द्विवेदी यूपी पुलिस के साहसी और जांबाज अफसर के तौर पर जाने जाते थे। अराजक हालातों में भी उन्होने कभी हार नहीं मानी और पुलिस अफसर के तौर पर हमेशा जनता के बीच जाकर बातचीत से समाधान निकालने की कोशिश की।
बुलंदशहर में सीओ सिटी के तौर पर 2008 में तैनाती के दौरान एक बड़ी घटना हुई थी। पश्चिमी उत्तर-प्रदेश के कुख्यात सरगना जतन सिरोही के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद जिला अस्पताल में उसकी समर्थक भीड़ ने डेरा जमा लिया था। 29 जून 2008 को हजारों की तादाद में जमा भीड़ ने जिला अस्पताल में तोडफ़ोड़ की थी। थोड़ी फोर्स होने के बाबजूद मुकुल द्विवेदी ने साहस दिखाते हुए भीड़ से मोर्चा लिया और पथराव करने वाले बलबाइयों को वहां से खदेडऩे दिया।
मथुरा में होगा शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी का अंतिम संस्कार
मथुरा में एसपी सिटी के पद पर तैनात रहे मुकुल द्विवेदी का अंतिम संस्कार आज मथुरा में ही होगा। उनके परिवार के लोग मथुरा पहुंच चुके हैं। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद के साथ अन्य अधिकारियों ने आज मथुरा पुलिस लाइन में शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी के साथ ही थानाध्यक्ष संतोष यादव को अंतिम सलामी दी। एसपी मुकुल द्विवेदी के शव को पोस्टमाट्र्म के बाद उनके परिवार के लोगों को सौंप दिया गया। उनके भाई भी दुबई से मथुरा पहुंच चुके हैं, जबकि औरैया में उनके गांव से माता-पिता तथा अन्य रिश्तेदार आज तड़के मथुरा पहुंचे हैं।
परिवार से मिली थी बेहतर पुलिसिंग
बुलंदशहर में लाठी-डंडों और पत्थरों से लैस बलबाई शहर में घुस आए थे और दुकानों में लूटपाट और तोडफ़ोड़ करने लगे थे। मुकुल द्विवेदी खुद आधा दर्जन सिपाहियों के साथ आगे बढ़े और बलबाइयों को वहां से खदेड़ दिया। बेहतरीन पुलिसिंग मुकुल द्विवेदी को अपने परिवार से मिली थी। उनके चाचा महेश चंद्र द्विवेदी उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक पद से सेवानिवृत हुए थे।
गांव में कोहराम
औरैया शहर से 65 किमी दूर मानीकोठी गांव में एसपी मुकुल द्विवेदी के शहीद होने की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। घर गांववालों के साथ तमाम लोग पहुंचने लगे। यहां एसपी के माता-पिता व चाचा रहते हैं। पिता शिरीष चंद्र द्विवेदी बीडीओ पद से रिटायर हुए हैं। चाचा महेश चंद्र द्विवेदी डीजीपी रह चुके हैं। परिजनों ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी टीवी के माध्यम से हुई है।
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