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    अपने परिवार को दें प्राथमिकता : मोहन भागवत

    By Ashish MishraEdited By:
    Updated: Sat, 10 Oct 2015 10:12 AM (IST)

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत शुक्रवार को सुबह करीब 8.45 बजे चौरीचौरा एक्सप्रेस से गोरखपुर पहुंचे। संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, भाजपा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और शहर के कुछ गणमान्य लोग तय समय से पहले ही रेलवे स्टेशन पर स्वागत के पहुंच चुके थे।

    लखनऊ। परिवार की चिंता करें। संभव हो तो प्रतिदिन, नहीं तो जितने दिन संभव हो साथ में भोजन करें। परिवार का मतलब सिर्फ खून के रिश्ते से नहीं। वह सारे लोग जो हमारे रोजमर्रा के जीवन में मददगार हैं, उनको भी परिवार मानें। सहयोग ही जीवन का आधार है। सबके सहयोग से ही बेहतर परिवार की संकल्पना संभव है। परिवार की यही उदार और व्यापक संकल्पना अंतत: समाज और देश से जुड़ती है। लिहाजा परिवार को जोड़ें, उसे संस्कारित करें।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत शुक्रवार को यहां संघ के गोरक्षप्रांत मुख्यालय माधवधाम में 'कुटुंब परिवार प्रबोधन' कार्यक्रम में बोल रहे थे। इसमें 200 से अधिक लोग आए थे। भागवत ने कहा कि बच्चों को संस्कारित करें और उनको अपने धर्म के बारे में भी बताए। यह भी बताएं कि हर कोई अपना है।

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    कार्यक्रम के बाद सरसंघ चालक रानीडीहा दिव्यनगर स्थित संस्कृति पब्लिक स्कूल के लिए रवाना हो गए। यहां रात में संघ के कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। वह संघ के पूर्वी क्षेत्र की बैठक के क्रम मे यहां आए हैं।

    पांच दिन का है प्रवास

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत शुक्रवार को सुबह करीब 8.45 बजे चौरीचौरा एक्सप्रेस से गोरखपुर पहुंचे। संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, भाजपा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और शहर के कुछ गणमान्य लोग तय समय से पहले ही रेलवे स्टेशन पर स्वागत के पहुंच चुके थे।

    प्रोटोकाल के अनुसार लालबत्ती लगी सरकारी गाड़ी और एंबुलेंस भी पोर्टिको में लगी थी। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची और मोहन भागवत बोगी से उतरे, मौजूद लोगों ने बेहद सादगी से उनका स्वागत किया। न फूल न माला सिर्फ अभिवादन। वहां से वह प्राइवेट वाहन में सवार होकर वे गोरक्षप्रांत के मुख्यालय माधव धाम के लिए रवाना हो गए। संघ प्रमुख गोरखपुर में पांच दिन यहां रहेंगे। इस दौरान वे संघ की पूर्वी क्षेत्र (गोरखपुर, कानपुर, काशी और अवध प्रांत) की बैठक और अन्य कुछ कार्यक्रमों में भाग लेंगे। अधिकांश कार्यक्रम दिव्य नगर रानीडीहा स्थित संस्कृति पब्लिक स्कूल में होंगे। 13 अक्टूबर को यहां से उनकी वापसी है।