Move to Jagran APP

अभियंता के घर पर बारह वर्षीय नौकरानी की हत्या

By Edited By: Published: Mon, 16 Sep 2013 10:11 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2013 10:12 PM (IST)

- छत पर मिला शव, गले पर था चोट का निशान

loksabha election banner

- दुष्कर्म के प्रयास में वारदात होने की आशंका, नौकर हिरासत में

जागरण संवाददाता, लखनऊ : गोमतीनगर में मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी कि इसी थानाक्षेत्र में अब एक बालिका (12) की हत्या ने पुलिस के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है। विवेकखंड में पॉवर कार्पोरेशन में अधिशासी अभियंता आरके श्रीवास्तव के घर में सोमवार दोपहर उनकी बारह वर्षीय नौकरानी का शव छत पर बाथरूम के सामने पड़ा मिला। उसके गले पर चोट व खरोंच के निशान थे। आशंका है कि दुष्कर्म के प्रयास में यह वारदात हुई। पुलिस ने बालिका के पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो नौकरों को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि कई चीजें पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ट हो सकेंगी। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

4/266 विवेकखंड गोमतीनगर निवासी अधिशासी अभियंता आरके श्रीवास्तव के घर में करीब डेढ़ वर्ष से उजरियांव गांव निवासी अब्दुल कलाम की बेटी असमा खातून (12) घरेलू काम करती थी। सोमवार दोपहर असमा का शव छत पर पड़ा मिला। बताया गया कि वह रोजाना की तरह सोमवार सुबह भी काम पर आई थी और दोपहर करीब एक बजे दूसरी मंजिल की छत पर स्थित बाथरूम में नहाने गई थी। इसी बीच उसकी मौत हो गई। एएसपी ट्रांसगोमती हबीबुल हसन के मुताबिक घरवालों व नौकर महाराजगंज बलरामपुर निवासी रमेश वर्मा का कहना है कि काफी देर बाद भी असमा के नीचे न आने पर रमेश उसे बुलाने ऊपर गया था, लेकिन दूसरी मंजिल पर जीने का दरवाजा भीतर से बंद था। इस पर रमेश लौट आया। इसके बाद रमेश और आरके श्रीवास्तव की पत्‍‌नी अनीता ऊपर गए और कई आवाजें दीं पर कोई जवाब नहीं मिला। तब रमेश पहली मंजिल की छत पर लगी एस्बेस्टस सीट से दूसरी मंजिल की छत पर पहुंचा, जहां बाथरूम के बाहर असमा अचेत पड़ी थीं। घरवाले उसे उठाकर पास के एक निजी नर्सिग होम में ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एएसपी का कहना है कि पुलिस को शाम करीब चार बजे घटना की सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो बालिका का शव नीचे फर्श पर मिला। उसके गले में चोट का निशान था। घरवाले व नौकर रमेश छत का दरवाजा भीतर से बंद होने का ही बयान दे रहे हैं। वहीं अनीता ने बताया कि छत का दरवाजा खुलने पर उन्होंने देखा कि बाथरूम के बाहर असमा अचेत पड़ी थी और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। सोमवार दोपहर आरके श्रीवास्तव के घर पर उनकी पत्‍‌नी, बेटी श्रद्धा, नौकर रमेश व आशिमा मौजूद थे जबकि दूसरा नौकर अजय कहीं काम से गया था। आरके श्रीवास्तव का बेटा सिद्धांत बीटेक का छात्र है। पुलिस रमेश व अजय को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं आरके श्रीवास्तव के घरवाले बात करने से कतरा रहे थे।

----------------------

पुलिस की मौजूदगी में हुई तोड़फोड़

असमा की मौत की सूचना पाकर उसके घरवाले आरके श्रीवास्तव के आवास पहुंच गए। मूल रूप से बरपेटा, असम निवासी असमा की मां रजिया खातून व अन्य महिलाएं पहुंचीं। आशिमा का परिवार यहां उजरियांव गांव स्थित एक प्लाट में झोपड़ी बनाकर रहता है। उसके दो छोटी बहनें हैं। असमा के पिता अब्दुल एक निजी अस्पताल में सफाईकर्मी हैं। असमा के घरवालों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। सीओ, एसओ व अन्य पुलिसकर्मी पुलिस नौकर रमेश को लेकर थाने चले गए। इस बीच एएसपी व एसओ विभूतिखंड जब घर के भीतर पूछताछ कर रहे थे, तभी गुस्साए लोगों ने आरके श्रीवास्तव के मकान के बाहरी हिस्से में जमकर तोड़फोड़ की। लोगों ने दो कारें, गमले, खिड़कियों के शीशे व अन्य सामान तोड़ दिया। बाद में पुलिस ने उपद्रव कर रहे लोगों को खदेड़ा।

------------------------

बाथरूम के बगल में है सर्वेट रूम

दूसरी मंजिल की छत पर बाथरूम के ठीक बगल में ही सर्वेट रूम भी है। इस कमरे में रमेश रहता था। बताया गया कि रमेश चार-पांच माह पूर्व ही आरके श्रीवास्तव के यहां काम करने आया था। वहीं असमा सुबह करीब साढ़े छह बजे उनके घर पर काम करने आती थी, जो दोपहर करीब डेढ़ से दो के बीच रोजाना नहाने के बाद अपने घर लौट जाती थी और शाम को फिर आती थी। पूर्व में वह दोपहर में मदरसे में पढ़ने भी जाती थी। पुलिस ने रमेश को छत पर ले जाकर उससे अकेले में लंबी पूछताछ की और उसके कपड़े कब्जे में ले लिए। बाद में उसे दूसरे कपड़े पहनाकर थाने ले जाया गया। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। आशंका यह भी है कि रमेश जिस रास्ते से छत पर गया, उससे कोई व्यक्ति नीचे भी आ सकता है।

अनसुलझे सवाल

- आखिर बालिका ने जीने का दरवाजा क्यों बंद किया जबकि बाथरूम में भी दरवाजा है।

- उसके गले पर चोट का निशान कैसे आया।

- घरवाले पुलिस को सूचना देने के बजाए पहले बालिका को अस्पताल ले गए।

- दरवाजा बंद करने के बाद छत से नीचे उरतना भी संभव है।

- बालिका के घरवालों को दी गई उसके छत से गिरने की सूचना।

-----------------------

तथ्यों को छिपाने की होती रही कोशिश

घटना से जुड़े कई तथ्य अभी स्पष्ट नहीं हो सके हैं। घरवाले कई चीजों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। एसएसपी जे रवींद्र गौड के मुताबिक घर के सदस्यों की मौजूदगी की पड़ताल कराई जा रही है। कौन कब आया और कब कहां गया? घरवाले इस बाबत स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं। इसकी जांच कराई जा रही है, ताकि तस्वीर साफ हो सके।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.