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गणेश शंकर यादव के साथ कश्मीर में यूपी के चार जवान शहीद

शहीद जवान बलिया, जौनपुर, गाजीपुर व संतकबीर नगर जिले के निवासी थे। इन चारों के शव आज इनके घर पर आने की संभावना है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 19 Sep 2016 10:34 AM (IST)Updated: Mon, 19 Sep 2016 12:18 PM (IST)

लखनऊ (वेब डेस्क)। कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आतंकियों के सेना के मुख्यालय पर आतंकी हमले में शहीद 17 जवानों में चार उत्तर प्रदेश के हैं। इन शहीद जवानों के घर पर आज मातम पसरा है। शहीद जवान बलिया, जौनपुर, गाजीपुर व संतकबीर नगर जिले के निवासी थे। इन चारों के शव आज इनके घर पर आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शहीद के परिवारीजन को 20-20 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। कश्मीर में सेना पर अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में कल 17 शहीद जवानों में चार उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।

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कल पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के चार आत्मघाती आतंकियों ने तड़के 5.30 बजे उड़ी में सेना की 12वीं ब्रिगेड के मुख्यालय पर हमला बोला। यह हमला सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। मारे गए आतंकियों से बरामद उपकरण और अन्य सामग्रियों पर पाकिस्तानी मार्क पाए गए हैं। इसको लेकर डीजीएमओ ने पाकिस्तानी समकक्ष से बात की और गंभीर चिंता जताई। इससे आठ माह पहले पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में मारे गए आतंकियों के भी इसी तरह पाकिस्तानी होने के साक्ष्य मिले थे।

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उड़ी में ब्रिगेड मुख्यालय नियंत्रण रेखा से कुछ किमी और श्रीनगर से 70 किमी दूर है। सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने मुख्यालय स्थित एक कैंप पर हमला किया। धमाके के साथ अंधाधुंध फायङ्क्षरग शुरू कर दी। टेंट में डोगरा और बिहार रेजिमेंट के जवान सो रहे थे। विस्फोट के कारण टेंट में आग लग गई। इसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ लगभग तीन घंटे तक चली और चारों आतंकी मारे गए।

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हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है। लेकिन सैन्य अधिकारियों ने बताया कि हमले में शामिल आतंकियों से मिले दस्तावेज बताते हैं कि उनका संबंध जैश-ए-मुहम्मद से था। टेंटों में 6 बिहार रेजिमेंट के जवान ज्यादा थे। आतंकियों ने स्वचालित हथियारों के साथ-साथ ग्रेनेड भी दागे, जिससे टेंट और अन्य अस्थाई बैरकों में आग लग गई। नतीजतन 13-14 जवानों की जलने से मौत हुई है।

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शहीद 17 जवानों में 15 जवान 6-बिहार रेजीमेंट के थे। इनमें चार जवान उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के थे। शहीद उत्तर प्रदेश के जवानों में संत कबीर नगर जिले के मेहदावल के धूरापाली गांव के रहने वाले गणेश शंकर यादव पुत्र स्वर्गीय देवीदीन यादव का पार्थिव शरीर आज लाया जाएगा। 34 वर्षीय गणेश शंकर यादव अपने पीछे 3 बच्चे छोड गए हैं। धूरापाली गांव में इनके भाई रहते हैं। 1997 में महराजगंज के फरेंदा में इनकी शादी गुडिय़ा से हुई थी। वर्तमान में उनका परिवार गोरखपुर के पीपीगंज में रहता है।

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शहीद जवान गाजीपुर के हरेंद्र यादव का शव भी आज लाया जाएगा। इनके साथ जौनपुर के राकेश कुमार सिंह ने भी आतंकियों से मोर्चा लिया था। यह तीनों सिपाही के पद पर थे। लांस नायक के पद पर कार्य करने वाले बलिया के आरके यादव शहीद होने वाले उत्तर प्रदेश के चौथे सैनिक हैं।

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संतकबीर नगर : उडी में सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए संतकबीर नगर के गणेश शंकर यादव के गांव में सूचना पहुंचने ही मातम छा गया है। उनकी पत्नी गुुडिया बच्चाें के साथ गोरखपुर के पीपीगंज में रहती हैं, जहां वे एक स्कूल में पढते हैं। उन्हें भी सोमवार की सुबह गणेश के शहीद होने की सूचना मिली। उस समय बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी की जा रही थी। सूचना मिलने के बाद उन्हें बच्चों के साथ गांव ले जाया गया। 34 वर्षीय गणेश शंकर यादव पुत्र संतकबीनगर के जिले के मेहदावल थानाक्षेत्र के घूरापाली के स्वर्गीय देवीदीन यादव के पुत्र थे। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को गांव स्थित घर पर लाया जाएगा।

गणेश की शादी 1997 में महराजगंज के फरेंदा की रहने वाली गुडिया से हुई थी। पिता की मौत के बाद से वह अपनी मां कलावती, पत्नी गुड़िया, बेटी खुशबू(9वर्ष), ख़ुशी(4वर्ष) व बेटे आकृत(6वर्ष) के साथ पीपीगंज में रहते थे। दो माह पहले ही छुट्टियां बिताकर वापस गए थे। घूरापाली गांव में उनके भाई का परिवार रहता है, जहां दोनों की संपत्ति है।


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