फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने किया ताज का दीदार
दुनिया के सातवें अजूबे ताज के अद्भुत सौंदर्य के आज फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी मुरीद हो गए। संगमरमरी मकबरे में डेढ़ घंटा बिताने वाले जुकरबर्ग ने इसे दुनिया की बेमिसाल इमारत बताया। साधक की तरह ध्यान की मुद्रा में मेहमानखाने के प्लेटफॉर्म पर बैठकर काफी देर तक स्मारक
लखनऊ। दुनिया के सातवें अजूबे ताज के अद्भुत सौंदर्य के आज फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी मुरीद हो गए। संगमरमरी मकबरे में डेढ़ घंटा बिताने वाले जुकरबर्ग ने इसे दुनिया की बेमिसाल इमारत बताया। साधक की तरह ध्यान की मुद्रा में मेहमानखाने के प्लेटफॉर्म पर बैठकर काफी देर तक स्मारक को निहारते रहे।जुकरबर्ग दोपहर करीब 12 बजे आगरा के ताजमहल पहुंचे। पूर्वी गेट से स्मारक में प्रवेश के बाद जब रॉयल गेट से उन्होंने ताज देखा, तो उसके मुरीद हो गए। समानता के लिए विख्यात ताज की स्थापत्य कला, पच्चीकारी, मुगलों के इतिहास और स्मारक के बारे में उन्होंने गाइड रिजवान से जानकारी की। अद्भुत पच्चीकारी पर आश्चर्य जताते हुए उन्होंने कहा कि जब आधुनिक औजार व उपकरण नहीं थे, तब इतनी सुंदर इमारत कैसे बना दी गई। दुनिया में जितनी भी इमारतें मैंने देखी हैं, उनमें ताज जैसी कोई नहीं है।
फोटो को शेयर की --वह डेढ़ घंटे तक ताज में रुके और इस दौरान उनकी निगाहें ताज से बिल्कुल नहीं हटीं। लौटते वक्त वह मेहमानखाने के प्लेटफॉर्म पर बैठकर काफी देर ताज को निहारते रहे। फोटो भी खिंचवाए। इसी फोटो को शेयर किया। उन्होंने अपने साथियों और गाइड से दोबारा जल्दी आकर पत्नी के साथ ताज देखने की इच्छा जताई।
सोचा था नहीं होगी भीड़--मार्क ने कहा कि मैं यहां आने से पूर्व सोच रहा था कि मुझे अधिक लोग नहीं मिलेंगे, मगर यहां तो बहुत ज्यादा विदेशी पर्यटक आते हैं।
बच्चों से की बात--मार्क जुकरबर्ग ताज भ्रमण के दौरान आम लोगों से भी बात करना चाहते थे। स्मारक में जब स्कूली बच्चे नजर आए, तो उन्होंने उन्हें अपने पास बुला लिया। उनसे ताज के बारे में पूछा। जुकरबर्ग ने कहा कि उन्हें बच्चों से बहुत मोहब्बत है।
रखरखाव की तारीफ--350 वर्ष से भी ज्यादा पुराने ताज का इतिहास जानने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा किए जा रहे रखरखाव की उन्होंने जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि ताज का रखरखाव इतने बेहतर ढंग से किया जा रहा है।
फेसबुक पर जुकरबर्ग--मार्क जुकरबर्ग ने कहा---मैं कल होने वाले अपने टाउनहाल क्यू एंड ए के लिए भारत आया हूं। आज मैंने यह निर्णय लिया कि मुझे ताजमहल देखना है। मैं इसे हमेशा देखना चाहता था। जितना मैंने सोचा था, यह उससे भी कहीं अधिक शानदार है। यह आश्चर्यजनक है, इसे किन लोगों ने बनाया और वो कैसी मोहब्बत थी, जिसने इसे बनाने के लिए प्रेरित किया।
दो घंटे में 4.32 लाख लाइक-मार्क जुकरबर्ग ने ताज देखने से संबंधित फोटो शाम को फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट की। पहले घंटे में ही इसे तीन लाख लाइक मिल गए थे, दो घंटे बीतते-बीतते यह तादाद 4.32 लाख से अधिक पहुंच गई थी। वहीं, करीब दस हजार यूजर्स ने कमेंट्स किए।
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