लखनऊ में संप्रेक्षण गृह से भागे आठ गंभीर आरोपी किशोर
राजकीय संप्रेक्षण गृह से कल देर रात आठ किशोर भाग निकले। एक्जास्ट फैन खोलकर भागे किशोर हत्या, दुष्कर्म, लूट व चोरी के संगीन मामलों में आरोपित हैं। ...और पढ़ें

लखनऊ (जेएनएन)। मोहान रोड स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह से कल देर रात आठ किशोर भाग निकले। एक्जास्ट फैन खोलकर भागे किशोर हत्या, दुष्कर्म, लूट व चोरी के संगीन मामलों में आरोपित हैं। झरोखे से बाहर निकलने के लिए चादर का सहारा लिया और सीसीटीवी कैमरे के तार काट दिए थे। प्रकरण में केयर टेकर व सुरक्षाकर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक ने पारा पुलिस को तहरीर दी है। एएसपी पूर्वी सर्वेश मिश्र के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
किशोरों में दो रायबरेली, दो उन्नाव, दो लखनऊ, एक बाराबंकी व एक कानपुर देहात के रहने वाले हैं। सुरक्षा में सेंध तब लगी, जब संप्रेक्षण गृह में गार्ड, केयर टेकर व अन्य कर्मचारियों की फौज 24 घंटे मुस्तैद रहने का दावा करती है। सोमवार शाम करीब सात बजे जब आस-पड़ोस के लोगों ने संप्रेक्षण गृह की पहली मंजिल से चादर लटकती देखी, तब घटना का पता चल सका। आरोपित किशोर जिस बैरक से भागे थे, उसमें बेड के ऊपर बेड लगा हुआ है। आरोपितों ने सबसे पहले कैमरे का तार काटा था फिर चादर फाड़कर उसे रस्सी की तरह प्रयोग किया।
उन्होंने एग्जास्ट खोले और फिर एक-एक कर करीब 25 फीट ऊंची छत से नीचे उतर गए। देर रात तक भाग निकले किशोरों का कुछ पता नहीं लगाया जा सका था। संप्रेक्षण गृह में कुल 130 किशोर बंद थे। अधीक्षक ध्रुव त्रिपाठी ने बताया कि इनकी देखभाल के लिए तीन केयर टेकर तैनात हैं। इनमें सुधीर, राहुल सिंह और बाबूराम शामिल हैं। किशोरों के भागने के पीछे राहुल सिंह की भूमिका शक के घेरे में है। राहुल पर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप लगे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।