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    ढाका आतंकी हमले में शिकार फीरोजाबाद की बेटी

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Sun, 03 Jul 2016 09:16 PM (IST)

    ढाका आतंकी हमले में फीरोजाबाद के मूल निवासी गारमेंट्स कारोबारी की बेटी तारिषी की मौत हो गई। तारिषी का परिवार ढाई दशक पहले ढाका में बसा था।

    लखनऊ (जेएनएन)। बीती रात बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले में फीरोजाबाद के मूल निवासी गारमेंट्स कारोबारी की बेटी तारिषी की भी मौत हो गई। कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रही तारिषी का परिवार ढाई दशक पहले ढाका में बसा था। शुक्रवार रात जिस रेस्टोरेंट में आतंकी हमला हुआ, उसमें वह दोस्तों के साथ डिनर के लिए गई थी। घटना की जानकारी परिवार वालों को आज सुबह हुई।

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    फीरोजाबाद के सुहाग नगर सेक्टर दो निवासी संजीव जैन करीब ढाई दशक पहले अपने परिवार के साथ ढाका चले गए थे। उनके भाई और अन्य परिजन फीरोजाबाद में ही रह रहे हैं। संजीव ने ढाका में रेडीमेड गारमेंट्स का कारोबार शुरू किया, वहां उनकी कई गारमेंट फैक्ट्रियां हैं।परिजनों के मुताबिक ढाका में संजीव पत्नी तूलिका, पुत्र संचित (21) और बेटी तारिषी (18) के साथ रहते हैं। तारिषी सहेलियों के साथ शुक्रवार शाम घूमने निकली थी। ये सभी गुलशन रोड स्थित रेस्टोरेंट में डिनर के बाद वहां से निकलने वाली ही थी कि आतंकियों ने हमला बोल दिया। निपटने के लिए वहां की सेना ने मोर्चा संभाला। सुबह ऑपरेशन पूरा हुआ, तो तारिषी का शव मिला। बांग्लादेश सरकार ने संजीव को बेटी की मौत की जानकारी शनिवार सुबह दी।

    दोपहर में संजीव ने बड़े भाई राजीव, छोटे भाई राकेश मोहन और अजीत को घटना की सूचना दी। राकेश ने बताया कि तारिषी कैलीफोर्निया से एमबीए कर रही थी और छुट्टी में ढाका आई हुई थी। शनिवार शाम तक शव परिजनों को नहीं मिल सका था।

    दीपावली पर आया था परिवार

    संजीव जैन और पूरे परिवार का लगाव फीरोजाबाद से कम नहीं रहा। दीपावली पर संजीव अपनी पत्नी और बेटे-बेटी के साथ फीरोजाबाद आए थे। वैसे संजीव हर दो-तीन माह बाद यहां आते रहते हैं। फीरोजाबाद में बने चैरिटेबल ट्रॉमा सेंटर में भी उन्होंने पूरा सहयोग किया था।