कानपुर देहात में हादसे के बाद कार में लगी आग से पांच जिंदा जले
कानपुर देहात में आज सुबह एक ट्रक तथा कार की भिड़ंत में कार सवार पांच लोगों की मौत हो गई। ट्रक की टक्कर से कार में आग लग गई और कार सवार सभी लोग उसमें फंसने के कारण जल गये।
लखनऊ। कानपुर देहात के रनियां कस्बे में हाईवे पर बने अवैध कट के कारण बीती रात डीसीएम से टकराई कार में आग लग गई। दुर्घटना में कार सवार परिवार के पांच लोगों की जलकर मौत हो गई जबकि एक की हालत गंभीर है।
इलाहाबाद में हंडिया क्षेत्र के चंदनहां गांव के अविनाश पांडेय (40) मुंबई के नाला सोपारा में ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं। उनके चचेरे भाई सूरज पांडेय (25) मुंबई में माधवा मठ महर्षि योगी आश्रम में पुजारी था। तीन दिसंबर को अविनाश व सूरज परिवार के साथ गांव में प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे चाचा अरुण कुमार को वोट देने आए थे। सोमवार शाम अविनाश, उनकी पत्नी मीना पांडेय (24), पुत्र आयुष पांडेय (छह), पुत्री आयुषी पांडेय (तीन) और सूरज व उनका भतीजा शिवम (22) कार से मुंबई जा रहे थे। रात करीब 1.30 बजे हाईवे पर किशरवल गांव के संपर्क मार्ग के सामने बने अवैध कट से धान की भूसी लदी डीसीएम को चालक ने अचानक घुमा दिया। ठीक पीछे चल रहे अविनाश कुछ समझ पाते कार सीधे डीसीएम में टकरा गई। तेज झटका लगने से दरवाजा खुलते ही कार चला रहे अविनाश सड़क पर गिर गए। डीसीएम के टैंक से डीजल निकलने से आग लग गई। आग की चपेट में आई कार भी धू-धू कर जलने लगी। गंभीर रूप से घायल होने के कारण कार में फंसे पांचों लोग बाहर नहीं निकल सके और जिंदा जल गए। इस बीच डीसीएम चालक व क्लीनर फरार हो गए। पुलिस ने घायल अविनाश को किसी तरह खींच कर आग से बचाया और दमकल को सूचना दी। करीब दो घंटे बाद पहुंचे दमकल जवानों ने वाहनों की आग को बुझाया। अविनाश को कानपुर अस्पताल भेजा गया है।
हाईटेंशन स्पार्किंग से फुंका ट्रक
जमशेदपुर से दो लाख रुपये का गत्ता लादकर कानपुर जा रहे ट्रक में फतेहपुर के थरियांव नेशनल हाईवे-2 पर हाईटेंशन तार की स्पार्किंग से आग लग गई। आग की लपट व धुआं देख ट्रक ड्राइवर ने ट्रक रोका और खलासी के साथ कूदकर जान बचाई। कुछ देर में धूं-धूं कर ट्रक जलने लगा। दमकल टीम ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक गत्ता के साथ ट्रक जलकर क्षतिग्रस्त हो चुका था।
ट्रक के नीचे कूदकर जान दी
मुजफ्फरनगर के जानसठ के कस्बा मोहल्ला गंज के 22 वर्षीय युवक सचिन 22 ने आज ट्रक के नीचे कूदकर जान दे दी। परिवार का आरोप है कि उसको मोहल्ले का ही एक परिवार युवक को जान से मारने की नियत तलाश कर रहा था। इसके कारण सचिन डिप्रेशन में चल रहा था। दोनों पक्षों में तनाव होने के कारण पीएसी तैनात कर दिया है। उधर पुलिस ने शव पीएम को भेज दिया है।
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