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    लखनऊ में चालान को लेकर पुलिस से भिड़े भाजपाई

    By amal chowdhuryEdited By:
    Updated: Sun, 30 Jul 2017 09:39 AM (IST)

    दारोगा के मुताबिक कागज मांगने पर मून सिंह ने पहले गाड़ी की आरसी तो दी लेकिन सीट बेल्ट न लगाने पर चालान कटवाने से इनकार कर दिया। ...और पढ़ें

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    लखनऊ में चालान को लेकर पुलिस से भिड़े भाजपाई

    लखनऊ (जागरण संवाददाता)। राजधानी में व्यापक स्तर पर चल रही वाहनों की चेकिंग अभियान के दौरान शनिवार को दैनिक जागरण चौराहे पर तब अफरातफरी मच गई जब भाजपा नेता और पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए। सीट बेल्ट नहीं लगाने पर वाहन रोकने और चालान कटवाने की बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। भाजपा नेता का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे गालीगलौज की। हालांकि पुलिस उनकी गाड़ी का चालान नहीं कर सकी।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गुरुवार से राजधानी में सघन वाहन चेकिंग अभियान चल रहा है। शनिवार को सीट बेल्ट न लगाने वाले वाहनों का चालान किया जा रहा था। दैनिक जागरण चौराहे पर शाम करीब 5.30 बजे चौकी इंचार्ज जवाहर भवन, अनिल सिंह चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान सीट बेल्ट लगाए बिना कार से जा रहे भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष मून सिंह को उन्होंने रोक लिया।

    दारोगा के मुताबिक कागज मांगने पर मून सिंह ने पहले गाड़ी की आरसी तो दी लेकिन सीट बेल्ट न लगाने पर चालान कटवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद फोन कर अन्य भाजपा नेताओं को बुला लिया। पुलिस का आरोप है कि मून के साथ उनके भाई रक्षवीर व अन्य लोगों ने दारोगा से गाड़ी की आरसी छीन ली। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में धक्कामुक्की शुरू हो गई। हंगामे के चलते सड़क पर जाम लग गया।

    मून सिंह का आरोप है कि पुलिस ने उनसे गाली गलौज की और रक्षवीर का हाथ पकड़कर मरोड़ दिया। वहीं पुलिस ने उन पर अभद्रता और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया। इस बीच भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष टिंकू सोनकर और उपाध्यक्ष हर्षवर्धन भी पहुंच गए। जिसके बाद मामला और बढ़ गया।

    खास बात यह है कि करीब 45 मिनट तक चौराहे पर यह सब चलता रहा, लेकिन पुलिस मून की कार का चालान नहीं कर सकी। वहीं हर्षवर्धन और टिंकू एक काली फिल्म लगी सफारी में बैठकर डीजीपी कार्यालय की ओर बढ़ गए।

    इसी बीच पुलिस से झड़प की जानकारी पाकर इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद कुमार शाही जागरण चौराहे पर पहुंचे। इंस्पेक्टर ने पुलिसकर्मियों से गाड़ी के चालान के बारे में जानकारी की। इस पर दारोगा अनिल सिंह ने उन्हें बताया कि भाजपा नेता बिना चालान कराए गाड़ी लेकर चले गए। यह सुनते ही इंस्पेक्टर ने काली फिल्म लगी सफारी का पीछा कर डालीबाग में डीजीपी कार्यालय से पहले रोक लिया।

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    सफारी में टिंकू सोनकर और हर्षवर्धन सवार थे। डालीबाग में करीब 45 मिनट तक इंस्पेक्टर और भाजपा नेताओं के बीच बहस होती रही। डालीबाग में चेकिंग के दौरान कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने पर चालान काटे जाने को लेकर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर बहस हुई। कार का चालान तो नहीं काटा जा सका, लेकिन पुलिसकर्मियों ने कार से काली फिल्म उतरवा दी।

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