इलाहाबाद विवि में शिक्षक ने किया दृष्टिहीन छात्रा से दुष्कर्म
पूरब का ऑक्सफोर्ड माने जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम वहीं के एक शिक्षक ने कलंकित कर दिया है। यहां संगीत के शिक्षक ने दृष्टिहीन छात्रा के साथ विश्वविद्यालय के कमरे में दुष्कर्म किया। संगीत विभाग में गायन शिक्षक लंबे समय से दृष्टिहीन छात्रा का मानसिक एवं शारीरिक उत्पीडऩ कर
लखनऊ। पूरब का ऑक्सफोर्ड माने जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम वहीं के एक शिक्षक ने कलंकित कर दिया है। यहां संगीत के शिक्षक ने दृष्टिहीन छात्रा के साथ विश्वविद्यालय के कमरे में दुष्कर्म किया। संगीत विभाग में गायन शिक्षक लंबे समय से दृष्टिहीन छात्रा का मानसिक एवं शारीरिक उत्पीडऩ कर रहा है।
पीडि़त छात्रा ने कल हाईपॉवर कमेटी के समक्ष रो-रोकर आपबीती व्यक्त की। यह सुनकर कमेटी सन्न रह गई। मामले की जानकारी मिलने पर इविवि की महिला सलाहकार समिति ने छात्रा से लिखित शिकायत मांगी है। संगीत विभाग का हाल बहुत बुरा है। यहां परीक्षक की तैनाती को लेकर छात्राओं का भारी विरोध चल रहा है। इसके कारण प्रायोगिक परीक्षा नहीं हो सकी है। कुलपति प्रो. एनआर फारुकी ने प्रो. राकेश खन्ना की अगुवाई में हाईपावर जांच कमेटी का गठन किया है। कमेटी कल संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं से बातचीत करने एवं उनकी समस्या जानने के लिए गई थी। छात्र-छात्राएं शिक्षकों का हाल बयां कर रहे थे। इसी दौरान बी म्यूज की तृतीय वर्ष की दृष्टिबाधित छात्रा ने बताया कि संगीत विभाग के गायन शिक्षक ने उसका शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया है। छात्रा ने बताया कि गायन शिक्षक घर पर ट्यूशन पढ़ाते हैं। पढऩे के लालच में वह भी वहां गई थी। उसी दौरान शिक्षक ने उससे पहले छेडख़ानी की और फिर दुष्कर्म किया।
छात्रा ने यह भी बताया उसने घटना के बाद शिक्षक को दो थप्पड़ भी मारे थे। दूसरे दिन संगीत विभाग में जब शिक्षक ने चुप रहने को कहा तो फिर दो थप्पड़ मारकर गुस्से का इजहार किया था। छात्रा ने कमेटी को बताया इसकी शिकायत उसने विभागाध्यक्ष प्रो. जयंत खोत से की तो उन्होंने धमकाया कि यदि कहीं मुंह खोला तो तुम्हारा करियर बर्बाद कर देंगे और पिता को भी विश्वविद्यालय से निकलवा देंगे। छात्रा ने बताया कि शिकायत करने से खफा होकर उसे गायन की परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया। पीडि़ता के पिता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राक्टर आफिस में कर्मचारी हैं। छात्रा की आप बीती सुनकर हाईपावर कमेटी स्तब्ध रह गई। घटना की जानकारी होते ही छात्रा को ही नियमों की घुट्टी पिलाई जाने लगी। अधिकांश प्रोफेसरों ने कहा कि इसकी शिकायत पुलिस से करनी चाहिए थी।
जब अन्य छात्र-छात्राएं उद्वेलित हुए तो कमेटी ने कहा कि छात्र का शोषण विश्वविद्यालय परिसर में नहीं हुआ है। इसलिए शिकायत लेकर आगे कार्रवाई के लिए भेजेंगे। मौके पर मौजूद इविवि महिला सलाहकार समिति की अध्यक्ष प्रो. रंजना कक्कड़ ने कहा छात्रा लिखित दे। इस पूरे मामले में कठोर कार्रवाई कराई जाएगी।
शिकायत पर सभी चौंके
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर प्रोफेसर आरके उपाध्याय ने कहा कि छात्रा की शिकायत से हम लोग चौंक गये हैं। ताज्जुब इसलिए हुआ कि छात्रा का पिता हमारे कार्यालय में कर्मचारी है और उसने कभी ऐसी शिकायत नहीं की। आज छात्रा ने सबके सामने दर्द बताया तो मुझे सुनकर बेहद दुख हुआ है।
राइटर ऊंची क्लास का था
विश्वविद्यालय में संगीत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर जयंत खोत ने बताया कि छात्रा को गायन की परीक्षा में इसलिए नहीं बैठने दिया गया कि उसने जिस शख्स को राइटर के रूप में चुना था वह ऊंची कक्षा का था और परीक्षा नियंत्रक के यहां से अनुमोदित नहीं था। उसने यौन उत्पीडऩ की मुझसे कोई शिकायत नहीं की। यदि शिक्षक के घर पर कुछ हुआ था तो वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराती।