अनन्या मेधावी मगर नौवीं कक्षा लायक नहीं, अब आइक्यू टेस्ट
अनन्या वर्मा मेधावी है लेकिन नौवीं में पढऩे लायक नहीं है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह की टीम ने उसका टेस्ट लिया तो निष्कर्ष निकाला।
लखनऊ (जेएनएन) चार साल आठ महीने की अनन्या वर्मा मेधावी है, लेकिन कक्षा नौवीं में पढऩे लायक नहीं है। आज बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह के साथ गई विशेषज्ञ टीम ने उसका टेस्ट लिया तो यह निष्कर्ष निकाला।
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यह बच्ची अंग्रेजी व हिंदी तो अच्छे से पढ़ लेती है, लेकिन अभी गुणा का निशान नहीं पहचानती। पंद्रह का पहाड़ा इससे पढ़वाया गया तो इसने गिनती तो सब बता दी, लेकिन गुणा का चिन्ह नहीं पहचान पाई। आइ गो टू स्कूल का मतलब नहीं बता पाई और रामचरित मानस की चौपाइयां तो उसने धारा प्रवाह पढ़ी, लेकिन अर्थ नहीं बता पाई। अब बाल अधिकार संरक्षण आयोग इसका आइक्यू टेस्ट करवाएगा और उसके अनुसार उपयुक्त कक्षा में उसका दाखिला होगा। इस मामले में घोर लापरवाही बरतने पर जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी को आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी कर पांच सितंबर तक जवाब मांगा है।
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बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह के साथ टीम कानपुर रोड स्थित बरिगवां में अनन्या वर्मा के घर मंगलवार को सुबह पहुंची। इसमें कंसल्टेंट डॉ. पूजा अवस्थी व विनिका करोली भी मौजूद रहीं। टीम ने उससे ड्राइंग बनाने को कहा। उसने चिडिय़ा बनाकर दिखाया। फिर उससे गुडिय़ा बनाने को कहा गया तो उसने सांचे से ट्रेस कर उसे बनाया। टीम के सामने वह दबाव में दिखी। पिता तेज बहादुर वर्मा ने कहा बेटी सही-सही बताओ वरना दाखिला नहीं होगा। फिलहाल अंग्रेजी वह पढ़ लेती है और अपना नाम भी लिख लेती है, लेकिन अक्षर थोड़ा दूर-दूर रहते हैं। जूही सिंह कहती हैं कि इसमें कोई शक नहीं कि अनन्या वर्मा मेधावी है। वह अच्छी हिंदी व अंग्रेजी पढ़ लेती है उसका अपनी कक्षा से दो कक्षा ऊपर व उससे अधिक दाखिला हो सकता है लेकिन नौवीं कक्षा में अभी वह पढऩे लायक नहीं है। अब आगे उसका आइक्यू टेस्ट होगा और एक्सपर्ट की निगरानी में काउंसिलिंग भी होगी। इसके बाद वह दाखिला करवाया जाएगा।
सेंट मीराज इंटर कॉलेज में नहीं पढ़ेगी अनन्या
अनन्या अब सेंट मीराज इंटर कॉलेज में नहीं पढ़ेगी। कॉलेज पर प्रसिद्धि पाने के लिए दाखिला लेने पर जब मीडिया ने सवाल पूछे तो पिता ने कहा कि बड़ी बेटी सुषमा वर्मा ने इसी स्कूल से सात साल तीन महीने में हाईस्कूल पास किया था। स्कूल पढ़ाई मुफ्त करवाता है, ड्रेस देता है और अलग से गाइडेंस की फीस नहीं लेता।
परिवार ने मीडिया की भूमिका पर उठाए सवाल
पिता का कहना है कि जिस तरह मीडिया वाले घर पर छोटी सी बेटी का इंटरव्यू संदिग्ध तरीके से ले रहे थे उससे उन्हें बहुत धक्का लगा है। अनन्या भी कह रही है कि अभी मीडिया वाले अंकल आएंगे और डाटेंगे। परिवार का कहना है कि इतने ही गुण सुषमा वर्मा में थे और एक साल स्कूल ने मेहनत कर उसे पास करवाया। उसके बाद उसने 15 साल में एमएससी माइक्रोबायोलॉजी में टॉप किया और 16 साल में पीएचडी कर रही है।