ट्रेन ड्राइवरों की तर्ज पर होगी गार्ड की काउंसिलिंग
सीएसओ ने किया गार्ड और ड्राइवर लॉबी का निरीक्षण जागरण संवाददाता, लखनऊ : ट्रेन ड्राइवरों की तर्ज
सीएसओ ने किया गार्ड और ड्राइवर लॉबी का निरीक्षण
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
ट्रेन ड्राइवरों की तर्ज पर अब रेलवे अपने गार्ड की भी काउंसिलिंग करेगा। काउंसलर किसी आपात स्थिति में आवश्यक कदम उठाने के बारे में उनको प्रशिक्षित करेंगे। यह निर्देश मुख्य सुरक्षा अधिकारी अंबिकेश ने रेलवे अफसरों को दिए।
दरअसल, लखनऊ से कानपुर के बीच सेफ्टी आडिट के तहत दूसरे दिन बुधवार को लखनऊ से कार्रवाई शुरू हुई। मुख्य संरक्षा अधिकारी अंबिकेश ने चारबाग स्टेशन पर गार्ड और ड्राइवर लाबी का निरीक्षण किया। उन्होंने गार्ड और ड्राइवरों के ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट की रिपोर्ट अलग अलग रजिस्टरों में दर्ज न किए जाने पर नाराजगी जतायी। मुख्य संरक्षा अधिकारी ने कुछ गार्ड से भी बात की। जिस पर उन्होंने ट्रेन ड्राइवरों की तरह गार्ड के लिए भी काउंसलर तैनात करने के निर्देश दिए। यह काउंसलर गार्ड को गलत सिग्नल पार होने, ट्रेनों के आमने सामने आने या किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी त्वरित कार्रवाई कर सकेंगे। मुख्य संरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में एक जांच टीम जैतीपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां से उन्नाव के बीच उन रेलखंडों का आडिट किया जहां उनकी जर्जर हालत के कारण ट्रेनों की गति की सीमा 20 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा ही तय है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सेफ्टी आडिट के दौरान मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने उन्नाव के बाद से लेकर सोनिक के रेलवे पुल तक कई जगहों पर पटरियों को बदलने की कार्रवाई को शीघ्र पूरा करने की बात कही। जबकि सोनिक से अमौसी तक रेलवे क्रासिंग की स्थिति देख उन्होंने नाराजगी जतायी। रेलवे समपारों पर सुरक्षा के लिए नीचे से लोहे के जाल तक नहीं लगे थे। जिस कारण लोग बंद क्रासिंग पर भी नीचे से गुजरते हुए दिखायी दिए।
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