आसान नहीं जनधन योजना में खाता खुलवाने की डगर
लखीमपुर : प्रधानमंत्री जन धन योजना में खाता खोलने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पहले दिन शिविर लगाकर खाते खोलने के बाद अब बैंक कर्मी लोगों के बैंक पहुंचने पर उन्हें टरका रहे हैं। लोगों को एक दूसरे बैंकों में भेजा जा रहा है। यूनियन बैंक में खाता खुलवाने पहुंचे द्वारिकापुरी मोहल्ले के अजय पांडेय को यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि बैंक में सिर्फ हाथीपुर और संकटा देवी मुहल्ले के ही खाते खुल रहे हैं। काशीराम कॉलोनी लालपुर निवासी विद्या सागर की पत्नी सुशीला ईदगाह निवासी सतीश की पत्नी रानी, राजगढ़ निवासी सूर्यदेई की पत्नी पूजा और ईदगाह निवासी प्यारे की पत्नी माया देवी गुरुवार को विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाने के लिए चक्कर काट रही थी, लेकिन उनका किसी भी बैंक में खाता नहीं खुल सका। कहीं भीड़ अधिक थी तो कहीं उन्हें फार्म नहीं मिले तो किसी बैंक में उन्हें अपनी नजदीकी बैंक में जाने की सलाह दी गई।
बेहजम संवादसूत्र के अनुसार कस्बे की इलाहाबाद बैंक में प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गयी जनधन योजना के तहत खाता खोलने में ग्रामीणों को अत्यधिक भीड़ होने से खाता खोलने में अनेकों दिक्कतें आ रही हैं। जिसमें सुबह होते ही बैंक के बाहर सैकड़ों लोगों का जमावड़ा हो जाता है। जिससे बैंक में सुबह फार्म बाटने के बाद जो भी ग्रामीण खाता खुलवाने पहुंचते हैं। जिसमें रामू जायसवाल, रामचन्द्र, कौशल, इन्द्रपाल, संदीप, राजेश कुमार, आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि अत्याधिक भीड़ होने से हम लोगों को चार बजे के बाद फार्म लेने के लिए बैंक कर्मचारी बुलाया है। जिससे दूसरे दिन खाता बैंक में खुल सकें। वहीं बैंक में स्टाप की कमी होने से ग्रामीणों के खाते खुलने में समय लगता है। और भीड़ के चलते ग्रामीणों को पूरा दिन बैंक में ही गुजारना पड़ता है।
निघासन संवादसूत्र के अनुसार लोगों को बैंकमें जीरो बैलेंस से खाता खोलने को लेकर लाभाथियों से बैंक कर्मचारियों द्वारा अवैध धन वसूली की जा रही है। जिससे खाता खुलवाने वाले ग्राहक बैंकों के चक्कर काट रहे है। जिससे मोदी सरकार की इस योजना क्रियांवयन सही दिशा में नहीं हो पा रहा है।
निघासन क्षेत्र में प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लोगों को बैंकों में खाते खुलवाने के लिए बैंको के चक्कर काटने को विवश होना पड़ रहा है। उधर यह खाते शून्य बैलेंस से खुलने है लेकिन बैंकों के कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली की जा रही है।