खबर का असर: 'खजांची' की परवरिश के लिए अखिलेश ने भेजे दस हजार
अखिलेश यादव ने बुधवार को झींझक नगरपालिका के निवर्तमान चेयरमैन राजकुमार यादव से जानकारी ली।
कानपुर देहात (जेएनएन)। सोमवार को 'दैनिक जागरण' ने पिछले वर्ष नोटबंदी की लाइन में जन्में खजांची के हालात पर खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची की 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद की। साथ ही यह भी संदेश भेजा कि वे खजांची से मिलने झींझक जल्द ही आएंगे।
खजांची की मां सर्वेशा पिछले साल बैंक की कतार में लगी हुई थी और उसी बीच उनको प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। उस वक्त इस बच्चे का नाम खजांच रखा गया था। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बच्चे की परवरिश के लिए दो लाख रुपये का चेक सर्वेशा को लखनऊ बुलाकर दिया था।
नोटबंदी की लाइन में जन्मे ‘ख़ज़ांची’ की माँ नहीं जानतीं कालाधन क्या होता है. हम नोटबंदी का जश्न नहीं पर ख़ज़ांची का जन्मदिन ज़रूर मनायेंगे. pic.twitter.com/cXH667Tzwi
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 8, 2017
आठ नवंबर 2016 की रात 8 बजे राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। इस संदर्भ में बैंक से रुपये बदलने को जोगीडेरा निवासी सर्वेशा पत्नी स्वर्गीय जसमेर नाथ दो दिसंबर को झींझक स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा गई थीं। बैंक के सामने लगी लंबी कतार में वह भी खड़ी हो गईं। खड़े-खड़े ही प्रसव पीड़ा हुई और बच्चे को जन्म दिया था। उसका नाम रखा गया खजांची।
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अखिलेश यादव ने बुधवार को झींझक नगरपालिका के निवर्तमान चेयरमैन राजकुमार यादव से जानकारी ली। उनके माध्यम से मौजूदा समय ननिहाल में रह रहे खजांची की मां सर्वेशा को 10 हजार रुपये नकद राशि भिजवाई। साथ ही जल्दी ही खजांची के परिवार से मिलने आने का संदेश भी भेजा। राजकुमार यादव ने बताया की सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष खजांची से मिलने को उत्सुक हैं।
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