अब घर बैठे लें आय, जाति व निवास प्रमाणपत्र
दिग्विजय सिंह, कानपुर : अगर आप इंटरनेट यूजर हैं तो आपको आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र, खतौनी की नकल
दिग्विजय सिंह, कानपुर :
अगर आप इंटरनेट यूजर हैं तो आपको आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र, खतौनी की नकल के लिए लोकवाणी केंद्र या जन सुविधा केंद्र जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आवेदन के बाद ये प्रमाणपत्र अब आप इंटरनेट से घर पर ही निकाल सकेंगे। इतना ही नहीं जन्म-मृत्यु का पंजीकरण और प्रमाणपत्र भी घर बैठे ही मिल जाएगा। यह सुविधा जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए शासनादेश जारी कर दिया गया है। प्रमाणपत्र आप घर पर ही इंटरनेट पर डाउनलोड कर सकें, इसके लिए आपको एनआईसी के पोर्टल से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) लेना होगा।
सूबे में ई-गवर्नेस की सुविधा लागू कर दी गई है। इसके तहत श्रम विभाग, नगर विकास विभाग, राजस्व विभाग समेत नौ विभागों को इसमें शामिल किया गया है। कलेक्ट्रेट में ई-डिस्ट्रिक लैब भी बनाई गई है। इसके तहत जनसेवा केंद्रों और लोकवाणी केंद्रों पर नौ विभागों की सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है। अब आय, जाति, निवास जैसे प्रमाणपत्र लोगों को आसानी से सुलभ हो जाएं इसके लिए ये सेवाएं सीधे इंटरनेट पर उपलब्ध कराई जाएंगी। नई व्यवस्था के तहत आवेदक को सबसे पहले ऑनलाइन आवेदन करने के लिए यूपीएनआईसी के पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। आवेदक पोर्टल पर उपलब्ध सेवाओं के लिए अनिवार्य अभिलेखों की सूची, सेवा शुल्क आदि की जानकारी ले सकेगा। पोर्टल पर पंजीयन के लिए ओटीपी आवेदक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिलेगा। इसके बाद ऑनलाइन लॉगिंग कर ई-फार्म में एंट्री करके जरूरत की सेवाओं का लाभ हासिल कर सकेगा। जब प्रमाणपत्र निर्गत हो जाएगा तो इसकी सूचना एसएमएस से आवेदक को मिलेगी।
यहां करें आवेदन
ऑनलाइन आवेदन के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाटयूपीऑनलाइनडाटएनआईसीडाटइन पर पंजीयन कराना होगा। इसके बाद वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मिलेगा। इसके बाद तो आसानी के साथ प्रमाणपत्र इंटरनेट पर डाउनलोड किया जा सकेगा।
ये शुल्क देना होगा
अभी खतौनी के लिए 30 रुपये और अन्य प्रमाणपत्रों के लिए 20 रुपये शुल्क के रूप में जमा करना होता है, लेकिन नई व्यवस्था में आवेदक खतौनी के लिए 15 रुपये और अन्य शासकीय सेवाओं के लिए 10 रुपये शुल्क के रूप में जमा करेंगे। ये शुल्क किस तरह जमा होंगे, जल्द ही इसकी व्यवस्था भी हो जाएगी।
इन विभागों की सभी सेवाएं मिलेंगी
समाज कल्याण, राजस्व विभाग, विकलांग कल्याण, महिला कल्याण एवं बाल विकास, श्रम, खाद्य एवं रसद विभाग, नगर विकास विभाग और पंचायती राज विभाग की सभी सेवाएं मिलेंगी।
'' प्रमाणपत्रों के लिए अब भागदौड़ की जरूरत नहीं है। जल्द ही ओटीपी के संबंधित विभागों के प्रमाणपत्र मिलने लगेंगे।- संदीप यादव, मैनेजर, ई- डिस्ट्रिक
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।