पूर्वोत्तर ट्रैक पर दौड़ेगी अजगर ट्रेन
संवाददाता, हाथरस : पूर्वोत्तर रेलवे ट्रैक पर जल्द ही 1.5 किलोमीटर लंबी ट्रेन का संचालन होगा। इतनी लंबी ट्रेन से यातायात प्रभावित हो सकता है। ऐसे में जरूरी स्थानों पर यार्ड बनाने के लिए सेक्शन इंजीनियरों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। हाथरस सिटी सेक्शन से रति का नगला स्टेशन का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे लंबी मालगाड़ी के संचालन पर विचार कर रहा है। यह मालगाड़ी लगभग 1.5 किलोमीटर लंबी होगी तथा इसे खींचने के लिए दो इंजन लगाए जाएंगे। इस ट्रेन को 'अजगर ट्रेन' का नाम दिया जाएगा। सिंगल लाइन होने के कारण इतनी लंबी ट्रेन के संचालन से यातायात प्रभावित रहने की पूरी संभावना है। बता दें कि इज्जतनगर मंडल के स्टेशनों पर लूप लाइन की क्षमता अधिकतम 770 मीटर है, जो कि इस ट्रेन के संचालन में बड़ी समस्या है। इससे निपटने के लिए रेलवे ने चिह्नित स्टेशनों पर यार्ड बनाने की योजना बनाई है। इससे 1.5 किलोमीटर लंबी ट्रेन को स्टेशन पर खड़ा किया जा सके तथा एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनें पास हो सकें। यार्ड को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों के सेक्शन इंजीनियरों को निर्देशित किया जा चुका है।
सेक्शन इंजीनियरों से कम से कम लागत में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। सेक्शन इंजीनियर ने हाथरस सिटी कार्यालय से रति का नगला स्टेशन का प्रोजेक्ट तैयार कर भेजा है। यार्ड के लिए लगभग 45 लाख रुपये का प्रोजेक्ट प्रस्तावित है, जिसमें रेल लाइन की कीमत अतिरिक्त है। रेल लाइन मिलाकर यार्ड के बनने में लगभग एक करोड़ रुपये का खर्च आएगा। रति का नगला रेलवे स्टेशन पर लगभग 700 मीटर लूप लाइन मौजूद है। इससे बड़ा कर 15 सौ मीटर किया जाएगा। केवल यार्ड होने के कारण यहां लोडिंग-अनलोडिंग की व्यवस्था नहीं होगी।
इनका कहना है
रति का नगला रेलवे स्टेशन पर यार्ड का प्रस्ताव इज्जतनगर मंडल भेजा जा चुका है। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा 1.5 किलोमीटर लंबी मालगाड़ी चलाई जा रही है।
-बीपी सिंह, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, हाथरस सिटी
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