योगी मुख्यमंत्री बनेंगे तभी बनेगा राममंदिर : चिन्मयानंद
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने आज सांसद योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग की।
गोरखपुर (जेएनएन)। गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में आयोजित नाथपंथ के शंखाढाल भंडारा में सांसद योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्यमत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग की गई। इसमें देश के विभिन्न भागों से आए संतों ने कहा कि योगी न सिर्फ हिंदुत्व के प्रतीक हैं बल्कि उनमें समूचे प्रदेश को एकसूत्र में बांधने की क्षमता है। यह भी कहा गया कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए योगी का मुख्यमंत्री बनना जरूरी है। संतों की इस मांग को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने मंच से आवाज दी। वहां मौजूद केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रमाशंकर कठेरिया ने भी सिर हिलाकर उनकी मांग को उचित ठहराया। स्वामी की इस आवाज को दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में मौजूद संतों ने जयघोष कर समर्थन दिया।
दो दिवसीय शंखाढाल भंडारे का आयोजन ब्रह्मïलीन महंत अवेद्यनाथ की मूर्ति स्थापना से पूर्व किया गया था। इसमें देश भर से नाथ पंथ के संत-महंत पहुंचे थे। रविवार को भंडारे का समापन हुआ, जिसमें कई भावुक पल भी आए। अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ को याद करते हुए योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे। समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया थे। अलवर के सांसद महंत चांदनाथ सहित कई महंतों-संतों ने भी महंत अवेद्यनाथ के सामाजिक योगदान को याद किया। अध्यक्षीय संबोधन में स्वामी चिन्मयानंद ने हिंदुत्व एवं नाथ पंथ की चर्चा करते हुए उत्तर प्रदेश की सियासत में योगी की जरूरत की विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने के लिए जरूरी है कि भाजपा योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे। उन्हें कमान सौंपे। उन्होंने संतों से अपील भी की कि देश के कोने-कोने से आए नाथ पंथ के लोग यहां से योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लेकर जाएं। योगी मुख्यमंत्री बनेंगे तभी रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनेगा और गाय, गंगा, सनातन धर्म और हिंदुत्व की रक्षा हो सकेगी। प्रदेश में कैराना और दादरी जैसी घटनाएं नहीं होंगी। उत्तर प्रदेश भी देश के विकास से जुड़कर सही मायनों में उत्तम प्रदेश बन सकेगा। उन्होने महंत अवेद्यनाथ को उनके व्यापक सामाजिक सरोकारों के लिए भारत रत्न देने की भी मांग की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।