सूबे में भाजपा से सीधा मुकाबला मान रही बसपा
फैजाबाद : उत्तर प्रदेश में बसपा अपना सीधा मुकाबला भाजपा से मान रही है। आत्मविश्वास से लबरेज दिख रही बसपा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा को अपने मुकाबिल नहीं मान रही है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने कहा कि सूबे में बसपा और भाजपा के बीच लड़ाई है, जिसमें सर्वाधिक सीटों पर बसपा जीतेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के सेक्टर स्तर का कार्यकर्ता भी राहुल से ज्यादा समझदार है। राहुल गांधी तो उससे भी बात नहीं कर सकते हैं।
मंगलवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इकबाल से चलती है और सपा सरकार तो इकबाल विहीन है। सपा सरकार में एक नहीं बल्कि कई मुख्यमंत्री हैं, यही कारण है कि पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। अनुशासनहीन हो चुकी समाजवादी पार्टी के शासन में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। लोकसभा चुनाव से पहले कुछ राज्यमंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बनाना चुनावी स्टंट है। सपा सरकार में न तो अधिकारी सुरक्षित हैं और न ही मीडिया। मुजफ्फरनगर जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसी ही तमाम घटनाएं और भी हैं, जिन पर पर्दा पड़ा हुआ है। सपा सरकार हर मुद्दे पर फेल साबित हुई है। बसपा शासनकाल की कानून-व्यवस्था को जनता ही नहीं नौकरशाह और सत्तादल के कुछ नेता भी याद कर रहे हैं। जनता का विश्वास लोकसभा चुनाव में बसपा को सफलता दिलाने का काम करेगा। 15 दिन बाद पार्टी के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और स्वामी प्रसाद मौर्य कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सूबे के आलाधिकारियों से मिलेंगे। इस मौके पर सपा नेता अशोक तिवारी ने अपने समर्थकों सहित दोबारा बसपा की सदस्यता ग्रहण की। गत विधानसभा चुनाव से पहले वह बसपा छोड़ कर सपा में चले गए थे। अशोक तिवारी ने कहा कि वे अपने घर वापस आए हैं और उनकी इस वासपी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह बब्लू ने निभाई है। इस मौके पर पूर्व विधायक व लोकसभा प्रत्याशी जितेंद्र सिंह बब्लू, विधानपरिषद सदस्य मनोज सिंह गुड्डू, जिलाध्यक्ष अनिल गौतम, वेद प्रकाश गुप्ता, मनोज पांडेय, धर्मेद्र सिंह काजू, ऊषा रावत, हरीराम रावत, मुस्तफा अली, शरद पांडेय व विश्वनाथ पाल आदि बसपा नेताओं ने सर्किट हाउस पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।