ड्रोन कैमरे से रामनवमी मेले की निगरानी शुरू
अयोध्या: रामनवमी मेला की सुरक्षा व्यवस्था गुरुवार को ड्रोन कैमरे से लैस हुई। कोई चार वर्ग फीट म
अयोध्या: रामनवमी मेला की सुरक्षा व्यवस्था गुरुवार को ड्रोन कैमरे से लैस हुई। कोई चार वर्ग फीट में विस्तृत कैमरा डीएम अनिल ढींगरा एवं एसएसपी उमेशकुमार श्रीवास्तव की मौजूदगी में रिमोट के माध्यम से करीब डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई पर फिक्स किया गया। फिलहाल कैमरे की निगरानी के केंद्र में सरयू के स्नानघाट होंगे। कैमरे की नजर डेढ़ किलोमीटर की परिधि तक होगी। जरूरत पड़ने पर ड्रोन कैमरा को भीड़-भाड़ के केंद्र व अन्य प्रमुख स्थलों की निगरानी के लिए भी आसानी से फिक्स किया जा सकेगा।
एसएसपी ने बताया कि यद्यपि ऐसी कोई सूचना नहीं है कि मेला पर किसी प्रकार का अतिरिक्त खतरा है पर पुलिस अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए 20 की संख्या में एटीएस के कमांडो भी आरक्षित रखे गए हैं।
बासंतिक नवरात्र के आरंभ 21 मार्च से 31 मार्च तक के लिए सुरक्षा की दृष्टि से मेला क्षेत्र को छह जोन, 25 सेक्टर एवं 62 माइक्रोसेक्टर में बांटा गया है। जोन का प्रभारी अपर जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक को बनाया गया है। सेक्टर का प्रभारी उप जिलाधिकारी एवं उप पुलिस अधीक्षक तथा निरीक्षक स्तर के अधिकारी को माइक्रो सेक्टर का मजिस्ट्रेट बनाया गया है। साकेत तीर्थ यात्री केंद्र को मेला कंट्रोल रूम के रूप में स्थापित किया गया है, जो 31 मार्च तक रात-दिन सक्रिय रहेगा।
संपूर्ण मेला क्षेत्र में छह अपर पुलिस अधीक्षक, 18 पुलिस उपाधीक्षक, 13 निरीक्षक, नौ थानाध्यक्ष, 10 चौकी प्रभारी, 150 उप निरीक्षक, एक महिला थानाध्यक्ष, 85 हेड कांस्टेबिल, छह सौ कांस्टेबिल, 10 महिला उप निरीक्षक, 60 महिला कांस्टेबिल, पांच यातायात निरीक्षक एवं 47 कांस्टेबिल, छह सौ होमगार्ड, दो सौ पीआरडी के जवान, नौ सामान्य एवं बाढ़ राहत की पीएसी कंपनी, दो कंपनी आरएएफ, दो बम स्क्वायड एवं नौ एंटीसेबोटाज चेक टीम को तैनात किया गया है।
यातायात नियंत्रण के लिए मार्ग परिवर्तन भी सुनिश्चित किया गया है। बाईपास मार्ग से सरयू के नए पुल पर वाहनों के आवागमन की छूट होगी पर लकड़मंडी से पुराने पुल से होकर अयोध्या आने पर पाबंदी होगी। फैजाबाद की ओर से आने पर रानोपाली क्रां¨सग के आगे रास्ता बंद किया जाएगा। प्रशासन ने विभिन्न दिशाओं में चार अस्थाई पार्किंग स्थल भी सुनिश्चित किए हैं।
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प्रशासन ने की पुख्ता तैयारी
अयोध्या: सरयू के घाट और पुल पर स्थाई विद्युत पोलों सहित करीब दो हजार अस्थाई पोल पर ट्यूबलाइट अथवा हैलोजन लगाकर प्रकाश की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। अयोध्या के स्नानघाटों पर 35 मोटरचलित नावें एवं गुप्तारघाट पर पांच मोटर चालित नावें लगाई गई हैं। इनसे स्नानार्थियों पर निगाह रखी जाएगी। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि साफ-सफाई के लिए पंचायती राज विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं नगरपालिका के 1500 से अधिक कर्मियों को लगाया गया है। स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से श्रीराम अस्पताल सहित 10 अस्थाई प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किया गया है। आकस्मिक जरूरत को ध्यान में रखकर मेला क्षेत्र में पांच एंबुलेंस की व्यवस्था कर रखी गई है। मेला नियंत्रण कक्ष में मीडिया से मुखातिब होने के पूर्व डीएम, एसएसपी समेत एडीएम सिटी आरएन शर्मा, एडीएम एफआर जयशंकर दुबे, एसपी सिटी आरएस गौतम, आरएम आशीष मिश्र, सीओ दिनेश दुबे आदि ने बेठक पर व्यवस्था को अंतिम रूप दिया। रामनवमी मेला का मुख्य पर्व 28 मार्च को है और उस दिन 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के एकत्र होने का अनुमान है।
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रामनवमी मेला की रौनक चरम पर
अयोध्या: सप्तमी तिथि के साथ रामनवमी मेला की रौनक में चार चांद नजर आया। यदि प्रशासन ने व्यवस्था को अंतिम रूप दिया, तो नगरी में श्रद्धालुओं के आगमन का प्रवाह व्यवस्था की परीक्षा लेता नजर आया। गुरुवार की शाम तक नगरी के तकरीबन सभी प्रमुख हिस्से श्रद्धालुओं से पटे नजर आए। नयाघाट बंधा तिराहा एवं सरयू तट से लेकर हनुमानगढ़ी, कनकभवन एवं नयाघाट से बिड़ला धर्मशाला के बीच तक नगरी की मुख्य सड़क श्रद्धालुओं से पटा रहा। शुक्रवार को स्नान की पूर्व संध्या तक इस संख्या में कई गुना इजाफा होने की उम्मीद है और तब से लेकर रामजन्म के 18 घंटे की अवधि में श्रद्धालुओं के सैलाब का सामना करना प्रशासन के लिए मुख्य चुनौती होगी। इस बीच नगरी राम जन्मोत्सव से जुड़े सांस्कृतिक आयोजनों से सराबोर रही।
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