मंदिर में लगी मूर्ति खंडित होने से फैला तनाव
चंदक (बिजनौर): मंडावर थाने के ग्राम मानवाला में स्थित मंदिर में मां काली की मूर्ति खडित होने से क्षेत्र में तनाव फैल गया। ग्रामीणों का आरोप है कि दूसरे संप्रदाय की एक युवती ने मंदिर में जो प्रयास वितरित कराया उसे खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उसी युवती पर मूर्ति खंडित करने का भी आरोप लगाया जा रहा है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मंडावर के ग्राम मानवाला के ग्रामीणों ने चार अगस्त को गांव के मंदिर में मां काली की मूर्ति स्थापित की थी। तब से मंदिर में हवन चल रहा था। पुजारी प्रेम सिंह के अनुसार शनिवार की शाम पास के गांव की दूसरे सम्प्रदाय की एक युवती मंदिर में प्रसाद चढ़ाकर गई थी। उन्होंने वह प्रसाद ग्रामीणों को वितरित करा दिया। प्रसाद खाने के बाद गांव के कमल, रोशन, ऋतिक दौलत, जतिन, सोनी, देवा, ब्रजेश, छोटू, विमलेश, राजन, पुष्पा, रूपा, दीपा, उर्मिला समेत अन्य ग्रामीणों को उल्टी तथा पेट में जलन की शिकायत शुरू हो गई। सभी का रात्रि में प्राइवेट चिकित्सक से इलाज कराया गया। रविवार की सुबह पुजारी ने मंदिर में स्थापित मां काली की मूर्ति को खंडित पाया। इसे लेकर ग्रामीणों में रोष फैल गया। प्रसाद तथा मूर्ति खंडित होने के संबंध में युवती से पूछताछ की गई तो वह बचा हुआ अपना प्रसाद लेकर वापस चली गई। सूचना ग्राम प्रधान को दी गई तो उन्होंने मामले को दबाने का प्रयास किया। बाद में मौके पर पहुंचे ग्राम खिरनी के सुशील कर्णवाल ने गांव में पंचायत कर आसपास के ग्रामीणों को सूचना दी। आसपास के गांवों के लोग मंदिर परिसर में एकत्रित होने लगे, जिससे गांव की स्थिति तनावपूर्ण बन गई। क्षेत्र में तरह-तरह की अफवाहें फैल गईं। सूचना के घंटों बाद पुलिस मौके पर पहुंचे। मंडावर थानाध्यक्ष रविराज दीक्षित ने ग्रामीणों को जांच कर मामले में कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिया तथा खंडित मूर्ति के स्थान पर दूसरी मूर्ति स्थापित कराने को कहा। गांव के अशोक, सुनील, ब्रजपाल, कपिल, कामेन्द्र, गंगाराम, मदनपाल, कलीराम, बेगराज, नाथे, बलवीर, रामपाल, शेर सिंह, धर्मेन्द्र आदि ने मामले में कार्रवाई न होने पर आगे की रणनीति बनाने की बात कही है।
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पहले भी हो चुका है बवाल
चंदक : ग्राम मानवाला में मूर्ति खंडित करने का आरोप खिरनी निवासी दूसरे सम्प्रदाय की युवती पर लग रहा है। खिरनी में चार साल पहले भी बवाल हुआ था। इसमें तत्कालीन सीओ श्रीशचंद्र तथा थानाध्यक्ष मनोज कुमार समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
थानाध्यक्ष रविराज दीक्षित लगभग दो घंटे बाद गांव में पहुंचे। मंदिर के आसपास दोनों सम्प्रदाय के लोग निवास करते हैं। दोनों पक्षों की पंचायतें शुरू होने लगी थीं।