टपक सिंचाई पद्धति से होता है लागत व पानी की बचत

ज्ञानपुर (भदोही): सिंचाई को लेकर चल रहे संकट के दौर में टपक सिंचाई पद्धति किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है। इसे अपनाकर किसान सिंचाई की लागत में तो कमी ला ही सकते हैं पानी की भी बचत होगी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि शासन इस पद्धति को अपनाने वाले किसानों को भारी भरकम अनुदान भी देने की व्यवस्था किया है। वहीं जिले के लिए 27 हेक्टेयर का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है।
जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार राय ने बताया कि औद्यानिक मिशन के तहत सब्जी व बागवानी की 27 हेक्टेयर क्षेत्रफल की टपक सिंचाई पद्धति से सिंचाई करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बताया कि इस पद्धति की स्थापना करने वाले किसानों को लागत मूल्य का 40 से 50 फीसद अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। बताया कि बागवानी के लिए लघु सीमांत किसानों को 50 फीसद के रूप में 15267 रुपये व सामान्य किसानों को 40 फीसद के रूप में 12214 रुपये अनुदान दिया जाता है। इसी तरह सब्जियों की सिंचाई के लिए स्थापना करने वाले किसानों को 50 फीसद के तौर पर 56119 रुपये का अनुदान दिया जाता है। श्री राय ने बताया कि लाभार्थी किसानों का चयन एक हेक्टेयर का मानक रखकर किया जाएगा। बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष अभी बजट नहीं आया है। बजट आ जाने के बाद लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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