रुहेलखंड विवि में बीएचयू जैसे हालात, छेड़छाड़ के विरोध में छात्राओं का धरना
बुधवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में भी एलएलएम फाइनल की छात्राएं बीएचयू की तरह ही छेड़छाड़ के विरोध में धरने पर बैठ गईं। ...और पढ़ें

बरेली (जेएनएन)। बीएचयू में छेड़छाड़ से तंग छात्राएं, जिस तरह सुरक्षा की मांग लेकर सड़क पर उतरीं थीं। बुधवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में भी वैसी ही गर्जना गूंजी। एलएलएम फाइनल ईयर की छात्रा से छेड़खानी के विरोध में छात्राएं प्रशासनिक भवन में धरने पर बैठ गईं। पुख्ता सुरक्षा की मांग उठाते हुए नारेबाजी की। इस बीच कुलपति अनिल शुक्ल ने दफ्तर से बाहर आकर छात्राओं की मांग सुनी, आश्वस्त किया कि सुरक्षा के हरसंभव इंतजाम किए जा रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार को छात्राओं के तेवर भी चढ़े दिखे। उन्होंने छेड़छाड़ के आरोपी छात्र की तत्काल गिरफ्तारी कराने, निष्पक्ष जांच, विवि परिसर, लाइब्रेरी, कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग बुलंद की। छात्राओं ने कुलपति से कहा कि ऐसी घटनाओं की वजह से ही घरवाले पढ़ाने से कतराते हैं। इसलिए कैंपस में बढिय़ा व्यवस्था बनाई जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं सामने न आ सकें।
हमले की घटना से नहीं सबक
पांच अक्टूबर को रुविवि के केंद्रीय पुस्तकालय में एलएलएम की छात्रा के साथ उसी कक्षा के छात्र ने छेड़खानी की थी। मामले में छात्र को कक्षा, हॉस्टल से निलंबित कर एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है। जांच चल रही है। विवि में पांच माह पहले एमबीए की छात्रा पर हमले की घटना सामने आई थी। इतना ही नहीं, हॉस्टल में भी मारपीट की घटनाएं घटती रहती हैं। रैगिंग के आरोप, शिकायतें भी आईं।
हालांकि अधिकांश मामलों में विवि का रुख नरम ही बना रहा। छात्राओं का कहना है कि विवि प्रशासन सख्ती दिखाए तो इस तरह की घटनाएं पूरी तरह थम जाएंगी। कुलपति रुविवि प्रो. अनिल शुक्ल ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया चल रही है। छात्राओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। प्रॉक्टोरियल बोर्ड को भी सक्रिय किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करेंगे।

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