प्राकृतिक आपदाओं से मिलकर लड़ेंगे भारत-नेपाल
जागरण संवाददाता, बरेली: पर्वतीय क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं का भारत-नेपाल की सेनाएं मिलकर सामना करेंगी। प्राकृतिक आपदा आने और इनसे निपटने का भी सैनिक अभ्यास किया जाएगा। यह बात भारत और नेपाल सेनाओं के सातवें संयुक्त सैन्य अभ्यास सूर्य किरण-7 के उद्घाटन समारोह में यूबी एरिया जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल आरएन नायर ने कही।
वह बोले, भारत-नेपाल की सेनाओं को आतंकवाद और प्रति विद्रोहिता से निपटने के लिए मिल-जुलकर प्रयास करने होंगे। ऐसे प्रयासों से ही आतंकवाद की समस्या से निपटा जा सकेगा। संयुक्त सैन्य अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच वर्तमान सैन्य संबंधों को मजबूत बनाना और आपसी तालमेल बढ़ाकर आपदाओं से निपटने की कार्यशैली विकसित करना है। सूर्य किरण-7 नाम अभ्यास में दोनों देशों की पैदल बटालियनों के 300 सैनिक भाग ले रहे हैं। इससे पूर्व भारत और नेपाल छह बार संयुक्त सैन्य अभ्यास कर चुके हैं। पहला अभ्यास मिजोरम में 2011 में हुआ था। दोनों देशों में इस तरह के अभ्यास कराए गए हैं। दो सप्ताह के इस अभ्यास में दोनों देशों के सैनिक जंगल युद्धकला, आतंकवादरोधी सिद्धांत, महामारी, आपदा प्रबंधन और हवाई आपरेशन में निपुणता हासिल करेंगे। जवान विभिन्न मुद्दों पर अपने अनुभव और सुझाव एक दूसरे से बांटेंगे। भारत और नेपाल सेना के अधिकारी प्रशिक्षण का दौरा और पुनरावलोकन करने के लिए पिथौरागढ़ पहुंचेंगे।
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