लगा दो दम, अच्छे दिन आने वाले हैं
बलरामपुर : निर्धारित समय से लगभग डेढ़ घंटे विलंब से आए भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी आज पूरी रौ में दिखे। गर्मी से बेहाल जनता का मूड भांपते हुए जमकर जोश भरा। कांग्रेस के साथ सपा-बसपा पर तीखा हमला बोला और जनता से मुखातिब हो भरपूर जोर लगाने का आह्वान कर इस बात का संदेश भी दिया कि अच्छे दिन आने वाले हैं।
यहां के छोटा परेड ग्राउंड में मोदी के देखने और सुनने के लिए श्रावस्ती संसदीय क्षेत्र के कोने-कोने से लोग आए हुए थे। इसमें तो अधिकांश ऐसे थे जिनको लाने के लिए प्रबंध भी नहीं किए गए थे। यही कारण था कि जैसे ही मोदी के आने की आहट आकाश में हुई तो धरती पर मोदी-मोदी, नरेंद्र मोदी की गूंज इस कदर हुई कि हेलीकाप्टर की गड़गड़ाहट का पता ही नहीं चला। अपराह्न लगभग 3.20 बजे सीढि़यां चढ़ते हुए जब तक नरेंद्र मोदी मंच पर पहुंचे सामने पंडाल में बैठे लोग अपनी-अपनी कुर्सियों पर खड़े होकर इस तरह मुखातिब हुए मानों कोई अपना आया हो। हाथ हिला-हिलाकर मोदी ने भी जनता का अभिवादन किया और जब संबोधन शुरू किया तो उनके सुर में सुर मिलाकर जनता हर सवाल का जवाब देती दिखी। सबसे पहले भारत माता की जय का उद्घोष करते हुए मोदी ने बलरामपुर की जनता का आभार जताते हुए कहा कि यहां की महान जनता ने अटल जी को पहली बार देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचाने का काम किया है। अब उसके हाथ फिर बड़ी जिम्मेदारी है और इस बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए यहां के प्रत्याशी दद्दन मिश्र को दिल्ली भेजना है। इस बात का अहसास भी कराने से मोदी नहीं चूके कि जनता ने अपना फैसला कर दिया। कहा कि यही कारण है कि विरोधी डर गए हैं। इसलिए जनता से जुड़े मुददे पर बोलने के बजाए मोदी को रोकने पर जोर दे रहे हैं। कांग्रेस पर हमलावर होते ही जैसे ही उन्होंने मां-बेटे और रिमोट से संचालित दिल्ली सरकार की बात कही, भीड़ से मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। मोदी को भी शायद इसी समय का इंतजार था। उन्होंने फिर यूपी पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि केंद्र की तरह इस राज्य की विडंबना है कि बहनजी के बाद अब बाप-बेटे की सरकार से जनता परेशान है। तालियां फिर बजती हैं। मोदी फिर पलटवार करते हैं और कहते हैं कि वंशवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जनता से मुखातिब हो कहते हैं कि मां-बेटे के ऑक्सीजन से चलने वाली सरकार नहीं चाहिए। हमें मजबूत सरकार चाहिए। फिर समझाते हैं कि दारोगा दमदार नहीं रहता तो कोई नहीं डरता। टीचर दमदार नहीं होता तो बच्चे स्कूल नहीं जाते। कहते हैं मम्मी स्कूल नहीं जाऊंगा। पूछने पर कहते हैं कि टीचर दमदार नहीं है। इसलिए दम वाली सरकार चाहिए। आप सभी यूपी समेत तीन सौ कमल दीजिए हम मजबूत सरकार के साथ मजबूत हिंदुस्तान देंगे। फिर भाजपा के घोषणा पत्र का हवाला देकर किसानों के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, श्वेत क्रांति, हरित क्रांति व केसरिया (ऊर्जा) क्रांति लाने की बात करते हुए सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर तंज कसते हैं। कहते हैं कि मुलायम के जिले में 24 घंटे बिजली और यहां कुछ भी नहीं। ऐसी नाइंसाफी अब नहीं होने पाएगी। भीड़ के बीच से आवाज आती है कि-अच्छे दिन आने वाले हैं। लगभग 25 मिनट के भाषण के बाद मोदी का हेलीकाप्टर हवा में तैरने लगता है, लेकिन चर्चाओं को दौर थमने का नाम नहीं लेता। श्रावस्ती से आए राम बुझारत, भिनगा के बृजकिशोर, श्रीदत्तगंज के राजेश व पचपेड़वा के कमलकिशोर तो मैदान से निकलते-निकलते कहते हैं कि बात में ही नहीं मोदी में भी दम है।