सूखती फसलों को मिली संजीवनी
बदायूं : लंबे इंतजार के बाद सोमवार की शाम मौसम का मिजाज बदला। करीब आधा घंटा तक हुई बरसात से सूख रही फसलों को मानो संजीवनी मिल गई। इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए भजन-कीर्तन और तप कर रहे लोगों की भी ईश्वर के प्रति आस्था प्रगाढ़ हुई। बारिश होने से उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को बहुत राहत मिली। बारिश के लिए जगह-जगह तप कर रहे लोगों में भी ईश्वर के प्रति आस्था प्रगाढ़ हुई है।
जिले में इस साल बेहद कम बरसात हुई है। अगस्त का महीना गुजर चुका है और बमुश्किल 40 प्रतिशत ही बारिश होने से सूखा पड़ा हुआ है। खेतों में जहां खरीफ की फसलें सूख रही हैं वहीं उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हो उठे थे। बूंदाबांदी तो रविवार को भी हुई थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली थी। सोमवार को शाम करीब साढ़े तीन बजे अचानक आसमान में काले बादल छा गए। तेज हवाएं चलने लगी और देखते ही देखते बरसात होने लगी। करीब आधे घंटे तक हुई बरसात से सूख रही फसलों को मानो जीवनदान मिल गया। शीतल हवाएं चलने से उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों ने भी बहुत राहत महसूस की। बच्चे ही नहीं युवा और प्रौढ़ भी भीगकर बरसात का आनंद उठाते दिखाई दिए।
जिला कृषि अधिकारी आरके सिंह का कहना है कि अभी ज्यादा बरसात तो नहीं हुई है, लेकिन खेतों में सूखती फसलों को संजीवनी जरूर मिली है। इसी तरह बरसात होती रही तो किसानों को थोड़ी राहत जरूर मिल जाएगी।
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